रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्टाफ नर्स एसोसिएशन ने छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजय कमल वर्मा को संरक्षक बनाया है। स्वास्थ्य विभाग की नर्सों ने संघ का निर्माण दिवस मनाकर प्रांत स्तरीय बैठक किया। इसमें सभी की सहमति से प्रांतीय, संभागीय जिला एवं ब्लाक के पदाधिकारियों का चयन किया गया। साथ ही लंबित मांगों को सरकार के समक्ष रखने के लिये रणनीति तैयारी गई। कमल वर्मा ने इस नर्सेस संघ का प्रांतीय संरक्षक बनने के लिए सहमति देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की नर्सों ने कोरोना काल में भी लोगों की जान बचाने में अत्यंत जोखिम भरे माहौल में सराहनीय कार्य किया है। इनकी वेतन विसंगति तथा अन्य जायज मांगों के संबंध में निराकरण होना ही चाहिये।
मीटिंग के दौरान नर्सों ने अपने कार्यक्षेत्रों पर होने वाली अनेकानेक असुविधाओं और समस्याओं को लेकर अपनी पीड़ा सुनाई। संघ की प्रांताध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि विगत कई वर्षों से नर्सेस अपनी मांगों को शासन प्रशासन को अवगत कराते आ रहे हैं लेकिन उन पर कोई भी कार्यवाही नहीं नजर आ रही है। अगर शासन प्रशासन हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो छत्तीसगढ़ की समस्त नर्सेस को आंदोलन का रूख करना पड़ेगा। जिससे स्वास्थ्य सेवायें पूरी तरह बाधित हो सकती है। जनता को स्वास्थ्य सुविधायों के लिए दरबदर भटकना पड़ सकता है जिसकी समस्त जिम्मेदारी मौजूदा शासन प्रशासन की होगी। इन्हीं बातों के साथ संघ ने सरकार से जल्द से जल्द मांगों को पूरा करने की मांग की है।