वन विभाग ने मृत मादा हाथी को ससम्मान दफनाया

Update: 2022-04-21 07:11 GMT

गरियाबंद। धमतरी जिले से विचरण करते आये मादा हाथी का विचरण गरियाबंद वनमण्डल के धवलपुर परिक्षेत्र के पंडरीपानी में था। हाथी के विचरण की निगरानी हाथी मित्र एवं वनकर्मियों द्वारा किया जा रहा था। वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया कि 19 अप्रैल 2022 लगभग दोपहर 12ः30 बजे मादा हाथी सिकासेर डुबान क्षेत्र के झाड़ियों में बैठे हालत में हाथी मित्रों द्वारा देखा गया।

जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। सूचना पर उप वनमंडलाधिकारी गरियाबंद एवं पशु चिकित्सकों के साथ मौके पर पहुँचने एवं निरीक्षण पर एक मादा हाथी उम्र लगभग 35 वर्ष मृत अवस्था में पाया गया। जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। सूचना पर पशु चिकित्सक डॉक्टर राकेश वर्मा, डॉक्टर पंचभाई एवं डॉक्टर जोशी घटना स्थल पहुचंकर मृत हथिनी का परीक्षण किया गया। प्राथमिक परीक्षण में हथिनी की मृत्यु मुख गुहा की तीव्र सूजन एवं मूत्राशय एरिया में अत्यधिक संक्रमण होना पाया है। शव परीक्षण के दौरान मुख्य वनसंरक्षक (वन्य प्राणी ) पैकरा, वन मंडलाधिकारी गरियाबन्द श्री मयंक अग्रवाल, उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व के उप संचालक श्री वरुण जैन, पशु चिकित्सक गण, उपवनमण्डल अधिकारी मनोज चन्द्राकर, राजेन्द्र सोरी, सहायक संचालक उदंती श्री एस एस नाविक, परिक्षेत्र अधिकारी गण, वन कर्मी एवं हाथी मित्र दल सदस्य मौजूद थे। शाम हो जाने के कारण शव परीक्षण का कार्य नही किया जा सका था। शव परीक्षण बुधवार को प्रातः 7 बजे तीन पशु चिकित्सक एवं वन विभाग के वरिष्ठतम अधिकारियों, वन कर्मियों व हाथी मित्रों में उपस्थिति किया गया। तत्पश्चात मृत मादा हाथी को ससम्मान दफनाया गया।


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