छत्तीसगढ़ में प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लाभ के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिससे किसान इन योजनाओं का लाभ लेकर आधुनिक खेती को अपना कर अपनी आमदनी में इजाफा कर रहे हैं। जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड के ग्राम बागबुड़ी के श्री लोकनाथ राम ने शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर परम्परागत कृषि को छोड़कर आधुनिक कृषि को अपनाया है। लोकनाथ पहले परम्परागत खेती करते आ रहे थे। जिससे वे फसलों की सिंचाई के लिए बरसात पर निर्भर रहते थे। उन्होंने परम्परागत खेती नहीं कर के आधुनिक खेती करने की सोची। उनके द्वारा कृषि विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर समय-समय पर दिए गए तकनीकी परामर्श लेकर वैज्ञानिक तरीके से खेती-किसानी कर रहे हैं। जिससे उनका लागत कम एवं मुनाफा अधिक हो रहा है। उन्होने कृषि उद्यानिकी, क्रेडा सहित अन्य विभागों में संचालित योजनाओं का लाभ उठाते हुए अपने लगभग 4 एकड़ की जमीन पर मिश्रीत खेती करना प्रारंभ किया। जिसमें गन्ना, मूंगफली, उड़द जैसी फसलों के साथ ही मौसमी सब्जियों टमाटर, प्याज, लहसुन, की खेती कर रहे है। वर्तमान में रबी मौसम में उनके द्वारा मटर, गोभी एवं अन्य फसल ली जा रही है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की खेती से उन्हे लगभग 1 लाख तक की आमदनी प्राप्त हो जाएगी।
लोकनाथ को कृषि के माध्यम से आर्थिक स्वावलंबी बनाने के लिए जिला प्रशासन भी भरपूर सहयोग कर रहा है। कृषि विभाग द्वारा उन्हें विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्नत किस्म की सब्जी बीज, स्प्रिंकलर सेट सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाया गया है। साथ ही उन्हें मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ाने के लिए जैविक खाद के प्रयोग की सलाह दी। क्रेडा विभाग से अनुदान के माध्यम से उनके खेत में सोलर पैनल लगवाया गया। जिससे उन्हें फसलों की सिंचाई करने की परेशानी नहीं रही। कृषि विभाग द्वारा उन्हें गन्ने की खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया। इसलिए उन्होंने इस बार अपने खेत में गन्ने की खेती की हैै। अब लोकनाथ अपने खेत में मनरेगा के माध्यम से डबरी निर्माण करवाकर उसमें मछली पालन भी करना चाहते है। आधुनिक और उन्नत तकनीक से खेती करने के कारण लोकनाथ की उत्पादन भी अच्छी हो रही है और आमदनी भी। जिससे लोकनाथ और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है और वे क्षेत्र के अन्य किसानों को प्रेरित कर रहे हैं।