रायपुर। राजधानी के टिकरापारा थाना इलाके में पुलिस ने एक फर्जी पत्रकार को हिरासत में लिया है। आपको बता दें कि फर्जी आईडी कार्ड लेकर घूमने के मामलें में जनता से रिश्ता के क्राइम रिपोर्टर शांतनु रॉय ने सिविल लाइन थाना और टिकरापारा थाना में एक शिकायत दर्ज कराया था। जिसके आधार पर आज शांतनु रॉय की निशानदेही पर टिकरापारा थाना पुलिस स्टाफ ने उक्त फर्जी पत्रकार नारायण चंद्राकर को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने फर्जी पत्रकार के बारे में अभी तक अपना कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया। पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में फर्जी पत्रकारों की फौज सक्रिय हैं, जो पत्रकारिता के नाम पर बट्टा लगा रहा है। जनता से रिश्ता ने ट्रेडमार्क और कॉपीराइट के अंतर्गत भी आरोपी नारायण चंद्राकर के खिलाफ शिकायत सिविल लाइन और टिकरापारा थाना में दी है।
पूरे प्रदेश में फर्जी पत्रकारों का गिरोह सक्रिय है, जो सरकारी अधिकारियों और कारोबारियों और वीकेंड में हो रही पार्टियों और बड़े-बड़े होटलों और क्लबों में अब हद तो ये हो गई कि ये फर्जी पत्रकार थाने में भी घुसकर बड़े-बड़े पुलिस वालों से भी अपने प्रेस की फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर धमकी, चमकी देकर अवैध वसूली में संलग्न है। ये मामला टिकरापारा थाना इलाके का था जिसमें एक फर्जी पत्रकार नारायण चंद्राकर ने स्वयं को जनता से रिश्ता का पत्रकार बताकर थाने में घुसकर अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों को छुड़ाया था। ऐसा ही एक फर्जी पत्रकार का मामला सामने आया है जिसे मिड-डे अखबार जनता से रिश्ता के क्राइम रिपोर्टर शांतनु रॉय की तत्परता के चलते सिविल लाइन थाना में एक फर्जी पत्रकार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया गया है।
ये पत्रकार स्वयं को जनता से रिश्ता समाचार पात्र का पत्रकार बताता है। इस मामलें की जानकारी जैसे ही जनता से रिश्ता प्रेस रिपोर्टर शांतनु रॉय को हुई उसने तत्काल सिविल लाइन थाने में जाकर मामलें की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस के लिए जांच का विषय है कि ये फर्जी पत्रकार नारायण चंद्राकर ने जनता से रिश्ता के आईडी लेकर आरोपी ने कौन-कौन से अनैतिक काम कर रहा है और आईडी बनाकर किसने दिया, और यह आईडी कहां से बनी इसकी भी जांच की जाए। कब से आईडी लेकर अवैध वसूली करता रहा है। उसकी पूरी हिस्ट्री निकाली जाए कि वह कब से वसूली को अंजाम दे रहा है।