जमीन मालिक बीमार, जिसका फायदा उठा रहा भू-माफिया, खामोशी में कोतवाली पुलिस
तालिबान, यूपी-बिहार की तरह निजी भूमि पर कब्जे का खेल
आखिरकार मुतव्वली ने पीडि़ता रिजवानी सिद्दीकी की जमीन पर कब्जा कर दुकान बना ही डाला
कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर अपनी बादशाहत का डंका बजा रहा है मुतव्वली
भूमाफियाओ् और तथाकथित रसूखदारों ने हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना की
कब्जाधारी मुतव्वली कानून व्यवस्था बनाने की जगह तोडऩे में रखता है दिलचस्पी
पुलिस कारर्वाई की जगह कब्जाधारियों का हौसला बढ़ाती रही
पीडि़ता रिजवाना की पैतृक जमीन पर उत्कल समाजियों को हटाकर अशफाक व्दारा कूटरचनाकर कांग्रेस सरकार में पट्टा लेने की भी खबर
मुतव्वली समाज सेवा की जगह एक रसूखदार भू-माफिया के लिए जमीन कब्जा करने का कर रहा काम
रायपुर। राजधानी में भू-माफियाओ्ं हौसले इतने बुलंद है कि बेशकीमती और मौके की विवादित जमीन पर बलात कब्जा करने का खेल जारी है। पहले भू-माफिया अपने गुर्गों से शहर के तमाम पाश कालोनियों सहित शहर के अंदर मौके की विवादित जमीन की पूरी जानकारी पटवारी दफ्तर से निकाल कर पटवारी आरआई औऱ तहसीलदार से सांठगांठकर इस तरह की विवादित जमीन पर कब्जा करने वालों का गिरोह पूरे प्रदेश में कानून व्य़वस्था की धज्जियां उड़ा रहा है। भू-माफिया अपने रसूख औऱ पहुंच के आगे कोर्ट कचहरी के आदेश की अवहेलना कर धज्जियां उड़ाने में अपनी शान समझते है।
इसी तरह का मामला बैजनाथपारा में चल रहा है मुतव्वली डाक्टर नेकी के रास्ते को छोडक़र बदी की ओ्ंर निकल पड़ा है। जिस जमीन पर कोर्ट ने स्टे लगा रखा है तथा किसी भी तरह के निर्माण को प्रतिबंधित कर रखा है उस जमीन पर मुतव्वली डाक्टर जानबूझ कर दुकान पर दुकान का निर्माण कर पुलिस- कोर्ट कचहरी के आदेश की खिल्ली उड़ा रहा है। डाक्टर मुतव्वली इतना शातिर है कि इस मामले उनका कोई संबंध नहीं होने का ढिंढोरा भी पीट रहा है और दूसरी तरफ वहां पर उस जमीन पर कब्जाकर निर्माण कार्य रोकने के बजाय धड़ाधड़ दुकान पर दुकान बना रहा है। इस मामले में पीडि़ता रिजवाना ने आरोप लगाया है कि मुतव्वली एक रसूखदार के सपोर्ट से मुतव्वली के पद पर पहुंचा है , जिसके इशारे पर उक्त विवादित जमीन को और विवादित कर पूरी तरह कब्जा करना चाहता है। उस जमीन से उत्कल समाज के लोगों को भगा कर कब्जा करने का प्लान भी डाक्टर मुतव्वली ने बनाया और उसमें कामयाब होने पर कांग्रेस सरकार में पट्टा लेने की बात अपुष्ट सूत्रों से सामने आ रही है। बैधनाथपारा में जमीन की बढ़ती कीमतों को देखकर मुतव्वली की नीयत डोल गई और एक तथाकथित रसूखदार के इशारे पर अशफाक ने दुकान बनाने का काम शुरू किया औऱ शटर लगा कर अपना कब्जा जताने लगा है। जबकि पूरे बैधनाथपारा निवासियों को पता है कि उक्त जमीन रिजवानी सिद्दीकी की पैतृक जमीन है जो रिजवाना के परिवार के लोग वर्षो से मालिकाना हक में है। जिसकी तस्दीक नगर निगम में की जा सकती है, उसके बाद भी मुतव्वली कानून-कायदे को ठेंगा दिखाते हुए कब्जे की जमीन पर निर्माणकार्य नहीं रोक रहा है। पूरी दबंगई के साथ रिजवाना की जमीन पर बलात निर्माण कर रहा है। रिजवाना सिद्दीकी ने पुलिस प्रशासन से अपनी और अपने परिवार की पुलिस सुरक्षा की मांग की है। कहा कि शिकायत के बाद पुलिस की कार्रवाई नहीं होने से भू-माफियओ्ं के हौसले बुलंद है, कभी भी खूनखराबा और जानमाल को नुकसान पहुंचा सकते है।
मुतव्वली ही जब राह से भटक जाए तो ... समाज को नेकी और कानून कायदे के रास्ते पर चलने की नसीहत देने वाले मुतव्वली ही जब राह से भटक जाए तो क्या संदेश समाज में जाएगा। समाज में मुतवव्ली की बात को बहुत अधिक अहमियत दी जाती है। उनके कहे अनुसार समाज में लोग व्यवहार करते है। जब मुतव्वली ही नेकी को छोड़ कर दूसरा रास्ता अपना ले तो समाज दिशाहीन हो जाएगी । मुतव्वली ईमानदारी काम करने और किसी को भी पीड़ा पहुंचाए बिना समाज में खुशियां बांटने का संदेश देकर समाज में एकजुटता बनाए रखते है। लेकिन रायपुर बैजनाथपारा में उल्टा ही चल रहा है। मुतव्वली जैसे गंभीर जिम्मेदार पद पर आसीन अशफाक कुरैशी उर्फ डाक्टर आत्मज शफीक कुरैशी उर्फ लाल बादशाह ने अपने पद की गरिमा को तहस-नहस करते हुए बैजनाथपारा स्थित रीजवाना सिद्दीकी पैतृक जमीन जो मदरसा रोड चिनार टेलर के सामने स्थित है। अशफाक कुरैशी शहर के कुछ नामचीन रसूखदारों के इशारों पर जमीन पर कब्जा करने का खेल कर रहे है। पीडि़ता रीजवाना सिद्दीकी ने थाना सिटी कोतवाली में लिखित में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वार्ड 41 बैजनाथपारा में मकान लं. 7/343 व 7/348 जो कि वर्तमान खंडहर है उसे पंजीकृत वर्णित भूमि पर उच्च् न्यायालय बिलासपुर का स्टे आर्डर पारित कर न्यायालय को प्रकरण संप्रेसित कर दिया है। रिजवाना सिद्दीकी ने बताया कि उक्त वर्णित भूमि पर अशफाक कुरैशी उर्फ डाक्टर आत्मज स्व. शफीक कुरैशी उर्फ लाल बादशाह बिना अनुमति के नगर निगम की नाली के पीछे मेरी वर्णित भूमि पर साफ सफाई करा कर नींव खोदने का काम जेसीबी के माध्यम से दिनांक 28 अक्टूबर 24 से करा रहा है जिसकी शिकायत थाने में की है। लेकिन पुलिस मे अब तक कोई एक्शन नहीं ली है। शायद अशफाक कुरैशी शहर के कई बड़े रसूखदारौं और पहुंच वालों से जुड़े है इसलिए पुलिस जल्दी एक्शन नहीं कर रही है। रिजवाना सिद्दीकी ने आरोप लगाया है कि इस कब्जे के पीछे कुछ नामचीन लोगों की शह है जिसके कारण धरम इमान का काम करने वाला मुतव्वली उनके झांसे में आकर बेइमानी पर उतर आया है। रीजवाना सिद्द्की ने बताया कि हमने अपनी पैतृक जमीन को सुरक्षा की दृष्टि से उत्कल समाज के 11 लोगो को वहां बने झोपड़ी में रहने दिए थे, उनहें खाली कराने रेंट कंट्रोल रायपुर व सिविल कोर्ट रायपुर में प्रकरण लंबित है। तथा न्यायालय प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग -1 के पंचम अतिरिक्त न्यायाधीश रायपुर व्दारा मेरे प्रस्तुत आवेदन अंर्तगत आदेश 31 नियम 1 व 2 को स्वीकार करते हुए उक्त वादग्रस्त मकान पर अशफाक कुरैशी उर्फ डाक्टर के विरूद्ध अस्थायी निषेधाज्ञा 15 फर. 2022 को व्यवहार वाद क्रमांक 44अ/20222 व्दारा दिया गया एवं अशफाक कुरैशी उर्फ डाक्टर को उक्त मकान में किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप करने से निषेधित किया गया है।
अशफाक द्वारा जमीन खरीदा जाना बताया जाता है
उच्च् न्यायालय छग बिलासपुर स्थगन आदेश तथा स्थानीय न्यायालय के आदेशों के उपरांत कोरोना का लाभ उठाते हुए न्यायालयों के आदेशों का अवमानना करते हुए वर्णित झोपड़ों को ध्वस्त करा दिया गया है। उपरोक्त ज़मीन पर पूर्व से बने झोपडिय़ों किराएदारों को ज़मीन मालिक ने किराया पर दे रखा लेकिन पिछली सरकार में नेतागिरी का झोपडिय़ों को पट्टे अवैध रूप से आवंटित किया गया फिर उपरोक्त पट्टों को अशफाक द्वारा खऱीदा जाना बताता है छत्तीसगढ़ भू राजस्व संहिता के अंतर्गत किसी की भी निजी भूमि पर सरकार द्वारा गलती से पट्टे बाँटे जाते उसे भी अवैध माना गया है और राजस्व प्रकरण में अधिकांश निजी भूमि में बाँटे गए पट्टे विगत कई सालों से निरस्त माने गए लेकिन पिछली सरकार के पायजामा छाप नेताओं ने निजी भूमि को क़ब्ज़ा करने का नया तरीक़ा अपनाकर शहर में डॉन गिरी को बढ़ावा दिया ।
अनुचित लाभ उठाना चाह रहा
दिनांक 28/10/2024 को, वर्णित भूमि जिसका प्रकरण न्यायालय में लंबित है उसको जानबूझ कर अनदेखी करते हुए नींव खुदाने का काम अशफाक कुरैशी उर्फ डॉक्टर करा रहा है। वह व्यक्ति जानता है कि रायपुर राजधानी में दीपावली तथा छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस मिलाकर छ.ग. शासन द्वारा अवकाश घोषित होने के कारण समस्त कार्यालय व न्यायालय बंद रहेंगे उस का भरपूर अनुचित लाभ उठाना चाह रहा है। वह व्यक्ति अर्थात अशफाक कुरैशी उर्फ डॉक्टर मस्जिद का मुतवल्ली (संरक्षक) है। जबकि मुतवल्ली (संरक्षक) नियम, कायदा कानून जाने वाला एवं शरीयत के जानकार को ही चुना जाता है। यह कैसा मुतवल्ली (अभिभावक) है जो नियमों को अनदेखी करते हुए नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। रीजवाना सिद्द्की ने बताया कि मैं वरिष्ठ नागरिक हूं मेरी अवस्था 78 वर्ष सेवानिवृत कर्मचारी हूं पति भी 90 वर्ष सेवानिवृत शासकीय कर्मचारी हैं। पुत्र का ब्रेन ट्यूमर ऑपरेशन के कारण शारीरिक रूप से अस्वस्थ है। अत:थाना प्रभारी से आग्रह है कानून व्यवस्था को बनाए रखते हुए अशफाक कुरैशी को नियम विरूद्ध अनुचित कार्य पर तत्काल प्रतिबंध लगाने अनुशंसित करें और न्यायालय के आदेशों का पालन कराएं। न्यायालयों के पारित आदेशों की छाया प्रतियां संलग्न है।