बुजुर्गों-फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले मिलेगी कोरोना वैक्सीन

सीएम भूपेश ने पीएम मोदी को बताई छत्तीसगढ़ की तैयारी

Update: 2020-11-25 06:09 GMT

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राज्य सरकार 50 से 70 साल के लोगों और कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई के फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता दी जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई बातचीत में सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्य की प्राथमिकता बताई। साथ ही, वैक्सीन से पहले तैयारियों व कार्ययोजना के संबंध में बातचीत की। सीएम ने बताया कि धान खरीदी और खेती-किसानी का सीजन होने के कारण लॉकडाउन या नाइट कफ्र्यू की जरूरत नहीं है। सीएम बघेल ने पीएम को बताया कि जुलाई में प्रदेश में पॉजिटिव केस 4 फीसदी थे। इसी तरह अगस्त में 8, सितंबर में 15, अक्टूबर में 10.5 और नवंबर में घटकर 7 फीसदी ही मिले हैं। अक्टूबर-नवंबर में मृत्यु दर एक फीसदी ही रही। सीएम ने बताया कि शुरुआत में छत्तीसगढ़ के कोरोना के केस बहुत कम थे, लेकिन अन्य राज्यों से आने वालों के कारण संक्रमण बढ़ा है। उन्होंने कहा कि अब तक 3 लाख टेस्ट हुए हैं। मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। इसकी प्रक्रिया चल रही है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बताया कि छत्तीसगढ़ ने विशेष रूप से कोरोना वैक्सीन को लेकर मांग रखी है। वैक्सीन के लिए फिलहाल विचार किया जा रहा है कि अभी 50 से 70 आयु वर्ग के लोग और कोरोना के फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले वैक्सीन लगाए जाएं। बैठक में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी मौजूद थे।

97.95 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तैयार : छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन के आते ही टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। सरकार ने इसके लिए तैयारी लगभग पूरी कर ली है। पहले चरण में कोरोना से जंग लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। चि-त 97.95 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा एकत्र कर लिया गया है। टीकाकरण के लिए 27,931 स्थानों और 8,192 वैक्सीनेटर चि-त किए जा चुके हैं। बता दें कि देश में कोरोना वैक्सीन दिसंबर से जनवरी के बीच आने की उम्मीद की जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन के सुरक्षित रखरखाव के लिए राज्य में 630 कोल्ड चेन पांइट कार्य कर रहे हैं। 80 नए कोल्ड चेन पाइंट बनाए जा रहे है। सुरक्षित रख-रखाव के लिए 85,000 लीटर की अतिरिक्त क्षमता है। वैक्सीनेटर की संख्या बढ़ाने के लिए पुस्र्ष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही निजी स्वास्थ्य संस्थाओं के वैैक्सीनेटरों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। टीकाकरण से संबंधित सिरिंज और अन्य सामग्री के संधारण के लिए राज्य, क्षेत्रीय और जिला स्तर पर ड्राई स्टोर तय किए गए हैं।

राज्य स्तर पर बनी समिति : टीकाकरण की संपूर्ण निगरानी और समन्वय के लिए राज्य स्तरीय समिति बनाई जा चुकी है। राज्य स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक भी हो चुकी है। विभिन्न् जिलों में टास्क फोर्स समिति की बैठकें भी हो रहीं हैं।

क्या है कोल्डचेन और कितनी जरूरी : स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि किसी भी वैक्सीन और संबंधि त दवाओं को ठंडा और सुरक्षित रखने के लिए कोल्डचेन स्पेस प्वाइंट बनाए जाते हैं। लोगों तक यह दवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें, इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पांच से सात किलोमीटर के अंतर पर प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोल्डचेन प्वाइंट तैयार करते हैं। कोरोना की वैक्सीन भी इसके साथ रखी जा सकती है, लेकिन अतिरिक्त जगह बनाने की जरूरत है।


केंद्र से नहीं मिल रही मदद: सिंहदेव

कोरोना की दूसरी लहर के खतरनाक होने की खबर और संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य में फिर से एक बार सियासत तेज हो गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने जहां सत्ता पक्ष की तरफ से मोर्चा संभाला। वहीं, भाजपा की तरफ से पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और रायपुर सांसद सुनील सोनी ने जवाबी हमला किया।पीएम मोदी की बैठक से पहले स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए कि कोरोना से निपटने में मोदी सरकार कोई मदद नहीं कर रही है। पैसे के मामले में कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा है। राज्य में कोरोना की स्थिति बाकी राज्यों की तुलना में संतोषजनक है। यहां पॉजिटिविटी रेट सितंबर के मुकाबले फिलहाल काफी कम हो गया है। सिंहदेव के बयान पर बृजमोहन और सांसद सोनी ने तंज कसा। तो पलटवार करते हुए संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा 14 विधानसभा सीटों तक सिमट गई है। छत्तीसगढ़ को हथियाने और चलाने की मंशा उनके मन से कब निकलेगी? क्या बृजमोहन अग्रवाल चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ का भी हाल देश की अर्थव्यवस्था की तरह हो जाए? विधायक और सांसद के बयान से स्पष्ट है कि केंद्र की रूचि कोरोना रोकने के उपाय में नहीं, बल्कि विफलताओं का ठीकरा दूसरों पर फोडऩे में है। विधायक उपाध्याय ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल मोदी सरकार के खिलाफ बोलते- बोलते गलती से भूपेश सरकार के बारे में बोल गए।

बृजमोहन-सोनी का राज्य सरकार पर हमला : दूसरी तरफ, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और रायपुर सांसद सुनील सोनी ने राज्य सरकार पर हमला बोला। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बयान पर कहा कि केंद्र से बार-बार मांग करना, राज्य सरकार के सक्षम होने पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि सरकार यह कह दे कि हम सक्षम नहीं है और प्रदेश नहीं संभाल सकते हैं। इसके बाद केंद्र सरकार सब कुछ संभाल लेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने में राज्य सरकार नाकाम साबित हुई है। छह महीने का समय मिलने के बाद भी सरकार ने एक भी वेंटिलेटर नहीं बढ़ाया है।

मेकाहारा में आज तक आईसीयू नहीं बन सका है। सांसद सुनील सोनी ने कहा कि राज्य में मौतों की संख्या बढ़ रही है। स्वस्थ व्यक्ति भी तेजी से मौत की चपेट में आ रहा है। ऐसे वक्त छग सरकार की तैयारी में कमी नजर आ रही है।

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