दुर्ग। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने दवा की दुकानों में दबिश देकर कार्रवाई शुरू कर दी है। यह तय मानकों के विपरीत संचालन के चलते कार्रवाई की गई। अब तक 1 माह में 94 दुकानों की जांच की जा चुकी है। इन दवाई की दुकानों में संदेह के आधार पर ड्रग सैंपल लेकर जांच के लिए भेज रही है। अगस्त महीने में ही टीम ने 94 जगहों पर जांच की। इस दौरान 10 जगहों से 18 ड्रग के सैंपल लिए गए हैं।
इनमें सिप्रोफ्लाक्सासिन टेबलेट, औफ्लॉक्सासिन एवं ऑर्निडाजोल टेबलेट, औफलॉक्सासि टेबलेट, कोस्वेट -जीएम क्रीम, वॉयसोलोन 10 टेबलेट, ओ2एम, नॉरकफ- ए, उडॉन सिरप, कोफारेस्ट-पीडी, मेट्रोजील इंजेक्शन, निसीप प्लस, डिनैक्स टेबलेट, पा 650 टेबलेट, मोंटडेर एल टेबलेट, जैकोफ्लॉक्स ओ जेड टेबलेट, नोलगिप्टिन एम एफ 500 ईआर टेबलेट, सेरेटियोजाईम पीडी, प्रेगसस्टेन एसआर के दवा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया।
आपको बता दें कि नियमों की अनदेखी और लापरवाही बरतने वाली दुकानों को 2 से 3 दिनों के लिए निलंबित किया गया। विभागीय प्रमुख बीआर साहू ने कहा कि हमारी जांच नियमित रूप से जांच जारी है। सैंपल लेकर ड्रग को जांच के लिए भेजा गया है। तय मानकों के अनुरूप नहीं मिलने पर नियमत: आगे की कार्रवाई की जाएगी।