Bilaspur. बिलासपुर। जनजातीय उपयोजना एवं अनुसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत मशरूम उत्पादन से आय संवर्धन एवं आजीविका सुरक्षा पर पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन ग्राम पंचायत खोंधरा विकासखंड मस्तूरी में 16 से 20 दिसंबर 2024 तक किया गया। उपरोक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र बिलासपुर एवं भा.कृ.अनु.परिषद. - राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान रायपुर के संयुक्त तत्वाधान से सम्पन्न हुआ। पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मशरूम के विभिन्न किस्मों, उनका पोषण महत्व, मशरूम प्रसंस्करण एवं मशरूम उत्पादन के उपरांत प्रबंधन विषयों पर तकनीकी एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उक्त कार्यक्रम में कुल 60 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को कृषि यंत्र स्प्रेयर, मिक्सर ग्राइंडर, माइक्रोवेव ओवन, तथा तकनीकी बुलेटिन प्रदान की गई। उपरोक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ.अरुण कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन के वैज्ञानिक डॉ . विनोद चौधरी ( प्रमुख वैज्ञानिक), डॉ . ममता चौधरी ( प्रमुख वैज्ञानिक), डॉ. जे. श्रीधर ( वरिष्ठ वैज्ञानिक), तथा कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. जयंत साहू, डॉ निवेदिता पाठक, डॉ स्वाति शर्मा, डॉ शिल्पा कौशिक, इंजी.पंकज मिंज, डॉ अमित शुक्ला, डॉ एकता ताम्रकार, डॉ चंचला रानी पटेल एवं राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन के बोर्ड मेंबर द्वारिकेश पांडे उपस्थित रहकर प्रशिक्षणार्थियों को संबंधित विषयों की तकनीकी जानकारी प्रदान की।