धमतरी। गोधन न्याय योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है, जो ग्रामीण अथर्व्यवस्था को मजबूत कर रही है, साथ ही बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मुहैया करा रही है। ग्राम भटगांव के डोरेलाल साहू ने गोबर को रोजगार बनाया। उन्होने अपना काम साईकिल से शुरू किया और आज स्कूटी तक पहॅंच गया है। जिला मुख्यालय से 4 किमी की दूरीपर स्थित ग्राम भटगांव, विकासखण्ड धमतरी के अनेक महिलाए गौठान में संलग्न होकर आथिर्क स्वावलंबन की ओर अग्रसर है, वहॉ अनेक गतिविधियॉ संचालित हो रही है तथा गौठान में नियमित गोबर खरीदी का कार्य हो रहा है, इन्ही गतिविधियों से प्रभावित होकर डोरेलाल साहू ने भी गोबर बेचना प्रारंभ किया। गोबर विक्रय की राशि बैंक में मिलने से बचत होने लगी। जिसका सदुपयोग करते हुए अपनी सुविधा के लिये इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदा।
साहू लघु किसान है एवं गांव के ग्रीन आर्मी के सचिव है। गांव में स्वच्छता, हरियाली, स्वरोजगार रहे इन्ही सोंच के साथ अपने पास दो पशु का पालन कर रहे है। जब गोबर खरीदी शुरू हुई तब अपने पशुओ का गोबर विक्रय गौठान में 2 रुपये प्रति किलो की दर से करते थे। गांव के सड़क किनारे एवं अन्यंत्र जगहो में गोबर पड़ी रहती थी जिसे भी इकट्टा कर बेचने लगे जिससे अतिरिक्त आमदनी हुई। अभी तक डोरेलाल ने 256.99 क्विंटल गोबर बेचकर कुल 51398.00 रुपये लाभ अर्जित किया है।प्रति पखवाड़ा गोबर से राशि बैंक खाता में मिलने के कारण किस्त में मंनपसंद इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदा। गांव के लोग पहले गोबर इकट्टा के काम पर हंसते थे वही लोग अब सराहना कर रहे है तथा जरूरत पड़ने पर उनकी स्कूटी का उपयोग करने में नही हिचकते। अब डोरेलाल की बिटिया भी स्कूटी चलाकर कॉलेज पहुंच कर शिक्षा अर्जन कर अपने सपनो को साकार कर रही है।