डॉक्टर की हो रही तारीफ, कुपोषित बच्चे को दी नई जिंदगी

Update: 2022-05-29 08:16 GMT

रायपुर। अति कुपोषण व टीबी की बीमारी से जूझते बच्चे को शासकीय शिशु अस्पताल के चिकित्सक ने नई जिंदगी दी। चिकित्सक ने बच्चे का इलाज तो किया ही, साथ ही उस परिवार की आर्थिक मदद भी की। डाक्टर के समर्पण भाव से कुपोषित बच्चा स्वस्थ हो गया और उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई।

रायपुर के रावांभाठा, वार्ड क्रमांक 14, बिरगांव से एक मां सेवती निषाद अपने दो वर्ष के अति कुपोषित पुत्र दुर्गेश को लेकर आयुर्वेद अस्पताल परिसर स्थित जिला शासकीय शिशु अस्पताल आई। अस्पताल प्रभारी व शिशु रोग विशेषज्ञ डा. निलय मोझरकर ने जांच में पाया कि बच्चा अति कुपोषण का शिकार है। चलना तो दूर, शरीर का कोई अंग तक नहीं हिला पा रहा था। कंकाल की तरह होता शरीर और मस्तिष्क में टीबी होने की शिकायत सामने आई।

बच्चे की मां सेवती ने चिकित्सक को बताया कि वह रोजी-मजदूरी करती है। कुछ पैसे जोड़कर उसने निजी अस्पताल में बच्चे का इलाज कराया, लेकिन सुधार नहीं हुआ। आर्थिक तंगी के चलते दवाएं तो दूर, दो रोटी के भी लाले पड़े थे। चिकित्सक ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती करके इलाज शुरू किया गया। चिकित्सक व पूरे स्टाफ ने इलाज के साथ ही उनके खाने-पीने से लेकर दवाओं का तक की जिम्मेदारी ली। दो महीने तक अस्पताल में इलाज व उसकी सेवा से बच्चा स्वस्थ्य हो गया। टीबी का इलाज जारी है।

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