नारायणपुर. राज्य शासन के निर्देशानुसार आगामी 1 अप्रैल से छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 किया जाना है। इसके लिए प्रारंभिक तैयारियों के तहत आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में सुपरवाइजरों के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित की गई। प्रशिक्षण में कलेक्टर श्री अजीत वसन्त ने कहा कि सर्वेक्षण कार्य में पर्यवेक्षकों की बहुत बड़ा दायित्व है। अतः इसे पूरी गंभीरता एवं सावधानी के साथ किया जाना होगा। विशेश तौर पर ओरछा जैसे क्षेत्रों में यह कार्य पूरी संवेदनशीलता के साथ संपादन करना सुनिश्चित करें।
सर्वेक्षण के दौरान एक भी परिवार नहीं छूटना चाहिए। सर्वे के दौरान किसी तरह की तकनीकी समस्या होने पर तत्काल समाधान के लिए प्रत्येक ब्लॉक के लिए तकनीकी अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही रिजर्व प्रगणक दल भी रखे जाएंगे ताकि विषम परिस्थिति में सर्वे का कार्य प्रभावित नहीं हो। प्रशिक्षण में मास्टर्स ट्रेनर्स द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से सुपरवाइजर स्तरीय नोडल लाजिंग पेज में ऑनलाइन प्रपत्र भरने के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के तहत मकानों की नम्बरिंग, प्रपत्र डाउनलोड, विकल्प चयन, नाम, खाता नम्बर, लिंग, वर्ग, आयु, मोबाइल, ई-केवाईसी के तहत बैंक खाते को आधार से लिंक करने, प्रगणक दलों द्वारा सर्वे के दौरान निर्धारित प्रपत्र में जानकारी भरने हेतु उन्हे आवश्यक सूची जैसे प्रधानमंत्री आवास, पीडीएस राशन कार्ड, किसान पंजीयन उपलब्ध कराने को कहा गया, साथ ही सुपरवाइजरों को अपने अधीनस्थ प्रगणक दलों की बैठक लेने, उनसे समन्वय एवं सहयोग तथा उनके कार्याे की मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिये गये। उल्लेखनीय है कि सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी आंकलन करके प्राप्त डाटा का भविश्य में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन तथा नई योजनाओं के निर्माण हेतु उपयोग किया जाना है। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला सीईओ श्री देवेश कुमार ध्रुव सहित जिला स्तरीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।