बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण व सर्वांगीण विकास के लिए करें बेहतरीन कार्य: कलेक्टर
छग
राजनांदगांव। कलेक्टर डोमन ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में महिला व बाल विकास विभाग की ओर से किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में गंभीर कुपोषित बच्चों के सुपोषण की दिशा में लगातार कार्य जारी रखें। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को अण्डा, चना, गुड़ पौष्टिक आहार के रूप में दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता होम विजिट करते हुए पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रही हैं। ऐसे में कुपोषण में कमी आयी है। कुपोषण की दर में लगभग 8 प्रतिशत की कमी आयी है।
जिला प्रशासन द्वारा बच्चों के सुपोषण के लिए चलाए गए अभियान के कारगर परिणाम मिल रहे है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आगे भी योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने टीम को बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण एवं सर्वांगीण विकास के लिए बेहतरीन कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से बच्चों को सुपोषित करने के लिए कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्म भोजन देने तथा स्मार्ट टीवी के माध्यम से दी जा रही शिक्षा के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्मार्ट टीवी के माध्यम से बच्चों को सिखाने के साथ ही फिजिकल एक्टीविटी पर भी ध्यान दें और अन्य गतिविधियों से भी जोड़े।
कलेक्टर ने इस दौरान नवीन आंगनबाड़ी भवन, आंगनबाड़ी भवन में विद्युतीकरण व मीटर के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नवीन आंगनबाड़ी भवन का निर्माण प्राथमिकता से कराएं। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत 6 वर्ष तक के गंभीर एवं कुपोषित बच्चों को तथा एनीमिक व सामान्य गर्भवती माताओं को गर्म भोजन दिया जा रहा है, इसे अच्छी तरह से सतत जारी रखें।
कलेक्टर सिंह ने प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना, सी-मार्ट से खरीदी, गौठानों में पोषण वाटिका, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के नियुक्ति व किराए के भवन में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने पूरक पोषण आहार कार्यक्रम से संबंधित महिला स्वसहायता समूह को दिए गए भुगतान की जानकारी ली। कार्यक्रम अधिकारी महिला व बाल विकास विभाग गुरप्रीत कौर ने जिले के आंगनबाड़ी केन्द्र में किए जा रहे कार्यो के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुपोषण की स्थिति में सुधार आया है और बच्चों को पौष्टिक आहार देने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। सामाजिक सहभागिता से सुपोषिण के प्रति जागरूक करने के लिए कार्य किए जा रहे है। गंभीर कुपोषित बच्चों हेतु अण्डा, गुड, चिक्की, फल और अन्य खाद्य सामग्री दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्मार्ट टीवी के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई रूचिकर बनी है और अच्छी तरह से हो रही है। सभी सुपरवाईजर ने स्मार्ट टीवी के संबंध में फीडबैक देते हुए बताया कि स्मार्ट टीवी के माध्यम से बच्चों के सीखने की क्षमता बढ़ी है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्मार्ट टीवी लगने से अभिभावकों में खुशी है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट टीवी के माध्यम से एनिमिया, स्वच्छता, डाईट प्लान के संबंध में जानकारी दी जा रही है। इस अवसर पर सीडीपीओ रीना ठाकुर, सहित सभी सीडीपीओ, सुपरवाईजर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।