राजनांदगांव। जिला पंचायत राजनांदगांव में आज उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब संभागायुक्त महादेव कावरे सुबह 10.30 बजे अचानक जिला पंचायत राजनांदगांव पहुंचे। कावरे ने कार्यालय में समस्त शाखाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सभी कर्मचारियों के टेबल पर नाम पट्टिका आवश्यक रूप से रखे जाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थापना शाखा में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका का अवलोकन किया। अपील पंजी में लंबित एक आवेदन को समय सीमा में निराकरण किए जाने के निर्देश दिए गए। सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त कुल 27 आवेदनों में से 25 आवेदन निराकृत किया गया है। शेष लंबित 2 आवेदनों को समय सीमा के भीतर निराकृत किए जाने के निर्देश दिए गए।
संभागायुक्त द्वारा जिला पंचायत अंतर्गत संचालित विभिन्न केंद्र एवं राज्य पोषित योजनाओं जैसे मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, सांसद आदर्श ग्राम योजना, विधायक आदर्श ग्राम योजना, रूर्बन मिशन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री पंचायत सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री समग्र योजना, श्रद्धांजली योजना, स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आंतरिक विद्युतीकरण योजना, 15वें वित्त आयोग एवं अन्य योजनाओं के कैशबुक एवं पासबुक का अवलोकन किया। जिस पर मुख्यमंत्री पंचायत सशक्तिकरण योजना के रोकड़ बही एवं बैंक पासबुक में 117820 रूपए की राशि का अंतर पाए जाने पर अंतर की राशि के जांच कर मिलान किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही जिला पंचायत हेतु संधारित रोकड़ बही में मासिक गोशवारा नही बनाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कर्मचारी को मासिक गोशवारा एवं बैंक समाधान विवरण तैयार किए जाने के निर्देश दिए। संभागायुक्त ने शासन की महत्वपूर्ण योजना नरूवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना, रीपा योजना हेतु आगामी कार्य योजना के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। साथ ही योजना के क्रियान्वयन के संबंध में निर्देश भी दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजनांदगांव अमित कुमार, अनुविभागीय अधिकारी राजनांदगांव अरूण वर्मा भी उपस्थित थे।