रायगढ। जिले़ के किरोड़ीमल जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज के अलग होने के बाद जिला अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है। जानकर हैरत होगी कि अस्पताल शिफ्ट होने के एक महीने बाद भी अब तक आधा दर्जन से अधिक विभागों की ओपीडी शुरू नहीं हो पाई है। और तो और अस्पताल में दवाओं तक का टोटा है। जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल ये अस्पताल पिछले 7 सालों से मेडिकल कालेज के अधीन था। मेडिकल कालेज का खुद का हास्पिटल नहीं होने की वजह से इस हास्पिटल को मेडिकल कालेज को हैंडओवर कर दिया गया था। स्वास्थ्य मंत्री की फटकार के बाद पिछले महीने ही मेडिकल कालेज ने जिला अस्पताल को जिला प्रशासन को वापस किया। लेकिन उसके बाद से अस्पताल की व्यवस्था नहीं सुधर पाई है।
भाजपा का तो यहां तक कहना है कि जल्दबाजी में अस्पताल शिफ्टिंग की गई है, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं सीएमएचओ अव्यवस्थाओं की बात स्वीकार करने के साथ जल्द ही हास्पिटल पूरी तरह व्यवस्थित होने का दावा कर रहे हैं।