दुर्ग। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग की गलत कार्यशैली के चलते उसके अंतर्गत संचालित 311 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में कार्यरत 300 से अधिक कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। कहा जा रहा है कि दुर्ग ब्रांच को 3 प्रतिशत की ब्याज अनुदान राशि हर एक सहकारी समिति को देना है, लेकिन सहकारिता आयुक्त के आदेश के बाद भी ये नहीं दिया जा रहा है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जागेश्वर साहू ने बताया कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग तानाशाही रवैया अपना रहा है। इसके अंतर्गत दुर्ग, बालोद और बेमेतरा जिले में 311 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां संचालित है। इस समितियों में लगभग 300 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। यहां जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग की तानाशाही रवैया की वजह इन सभी कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़े हैं।
जागेश्वर साहू ने बताया कि प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति को उनके हिस्से की मिलने वाली तीन प्रतिशत ब्याज अनुदान की राशि को केंद्रीय सहकारी बैंक दुर्ग द्वारा नहीं दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में जिला सहकारी बैंक द्वारा सभी शाखाओं को यह राशि नियमित रूप से दी जा रही है। कर्मचारी संघ ने कई बार दूसरे केंद्रीय बैंक का हवाला दिया, लेकिन उसके बाद भी मनमाना रवैया अपनाते हुए काम किया जा रहा है।