धमतरी। छत्तीसगढ़ शासन की महती गोधन न्याय योजना के जिला स्तर पर क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने आज सुबह कृषि एवं संबद्ध विभागों की बैठक लेकर चारों विकासखंड और नगरीय निकायों में स्थित गौठानों की गौठानवार गोबर खरीदी तथा उससे निर्मित जैविक खाद निर्माण कार्य में अपेक्षित गति लाने के निर्देश दिए।
आज सुबह 9.30 बजे से कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने विकासखण्डवार गौठानों की समीक्षा करते हुए खरीदे गए गोबर से गुणवत्तायुक्त वर्मी खाद तैयार करने और उसके विक्रय के लिए संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना तैयार करने के लिए निर्देशित किया। इसके अलावा कलेक्टर ने सभी सक्रिय गौठानों में आजीविकामूलक कार्यों को सतत् जारी रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया ने गौठानों में गोबर खरीदी के अलावा आवर्ती चराई के लिए स्वीकृत सभी वन क्षेत्रों को सक्रिय करने, आय के लिए अन्य सृजनात्मक गतिविधियों को संचालित करने तथा आगामी रबी सीजन में उतेरा व दलहन-तिलहन फसलों को प्रोत्साहित करने के लिए ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए उप संचालक कृषि को निर्देशित किया।
बैठक में उप संचालक कृषि श्री मोनेश कुमार साहू ने बताया कि वर्तमान में जिले में 338 सक्रिय गौठान हैं जिनमें 330 ग्रामीण क्षेत्रों में और 08 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां पर 13 हजार 710 पंजीकृत पशुपालकों में से 12 हजार 63 सक्रिय पशुपालकों के द्वारा अब तक 42 लाख 36 हजार 73 किं्वटल गोबर खरीदा गया है तथा इससे 75 हजार 860 किं्वटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर 61 हजार 43 किं्वटल बेचा जा चुका है, जो कि कुल तैयार खाद का 80.5 प्रतिशत है जबकि 14 हजार 817 किं्वटल खाद गौठानों में बिक्री हेतु शेष है। बैठक में अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, सभी विकासखण्ड के नोडल अधिकारी सहित उद्यानिकी, मछलीपालन और पशुपालन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।