प्लास्टिक बैन, बांस की टोकरी में माता रानी को फूल चढ़ा रहे हैं श्रद्धालु
रायपुर। नवरात्रि में इस बार डोंगरगढ़ की बम्लेश्वरी मैया को बांस की टोकरी में गौठान के फूल चढ़ाए जा रहे हैं. स्थानीय महिला समूह के द्वारा गेंदा फूल की खेती से इस साल बाहरी फूलों की आवक और निर्भरता कम हो गई है. डोंगरगढ़ में प्लास्टिक को बैन करने के बाद स्थानीय बंसोड समुदाय के लोगों को बांस दिलवाकर उनसे बांस की टोकरी बनवाई जा रही है. श्रद्धालु बांस की टोकरी में स्थानीय फूल माता रानी को चढ़ा रहे हैं.
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम पटपर स्थित सामुदायिक गौठान में मां लक्ष्मी स्व-सहायता समूह गेंदा फूल का व्यावसायिक उत्पादन कर रहे हैं. केवल पटपर ही नहीं बल्कि जिले के अन्य सामुदायिक गौठानों में गेंदा फूल की व्यावसायिक तौर पर खेती की जा रही है. इससे भी बड़ी बात यह है कि गेंदा फूल का व्यावसायिक उत्पादन करने वाले स्व-सहायता समूहों को बाजार के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है.