बस्तर-सरगुजा क्षेत्र के मानव विकास प्रतिवेदन के आधार पर बने विकास कार्य योजना : विनोद वर्मा
रायपुर। अदिवासी विकास, वन एवं वन्यजीव प्रबंधन तथा लघु वन उपज क्षेत्रों के विकास के संबंध में राज्य योजना आयोग को सुझाव देने आज टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। योजना भवन नवा रायपुर में आयोजित इस बैठक में टास्क फोर्स के सदस्यों ने अनुसूचित क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा, आवास, राशन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, व्यवसायिक प्रशिक्षण, रोजगार-स्वरोजगार की जरूरतों पर विशेष जोर दिया। सदस्यों ने लघु वनोपजों का संग्रहण, प्रोसेसिंग एवं मार्केटिंग की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर करने की बात कही। बैठक में टास्क फोर्स की वर्किंग कमेटियां बनाने पर भी चर्चा हुई।
टास्क फोर्स के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित है। इन योजनाओं को जमीनीस्तर पर पूरी गुणवत्ता के साथ और अधिक कारगर बनाने तथा योजनाओं की समीक्षा कर राज्य योजना आयोग को व्यवहारिक सुझाव देने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है। उन्होंने सदस्यों से कहा कि राज्य के जिलों की भौगोलिक परिस्थितियां अलग-अलग है। आदिवासियों की जीवन शैली, रीति-रिवाज, संस्कृति, परम्पराओं के अध्ययन उपरान्त जो सुझाव आएगा उसे राज्य योजना आयोग को प्रस्तुत किया जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा ने कहा कि बस्तर-सरगुजा क्षेत्र के मानव विकास प्रतिवेदन के आधार पर विकास कार्य योजना बनें। उन्होंने कहा कि दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में सर्वे कर यह पता करें कि ऐसे कितने गांव हैं, जहां पीडीएस की दुकानें, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं स्कूल 5 किलोमीटर से दूर है, वहां शासन की योजनाओं का लाभ सुगमतापूर्वक पहुंचाने विशेष कार्ययोजना की जरूरत है।