दाजी का रायपुर प्रवास, सैकड़ों साधकों ने लिया ध्यान का आनंद

Update: 2023-06-18 10:05 GMT

रायपुर. हार्टफुलनेस ध्यान के वैश्विक मार्गदर्शक पद्मभूषण कमलेश डी पटेल, जिन्हें प्रेम से लोग दाजी कहते हैं। उनके रायपुर योगाश्रम पहुंचने पर दोपहर और शाम को ध्यान के दो सत्र आयोजित किए गए। आज यानि 18 जून को सुबह 7:30 बजे सभी नगरवासियों को ध्यान के लिए आमंत्रित किया गया और पूरे छत्तीसगढ़ से आए सैकड़ों लोगों ने ध्यान के इस सत्र में भाग लिया। ध्यान के बाद दाजी ने समसामयिक विषयों पर साधकों के प्रश्नों के भी उत्तर दिए। जीवन में लगातार असफलता मिलने पर भी स्वयं में उत्साह बनाए रखने के प्रश्न पर दाजी ने कहा कि ईश्वर में आस्था एक बड़ा संबल है और यह सकारात्मकता बनाए रखती है। इसके साथ ही हमें अपनी कोशिश भी जारी रखनी चाहिए।

मदिरा और मांसाहार के सवाल पर उन्होंने कहा कि मदिरा से आत्म नियंत्रण समाप्त हो जाता है। जिस जीव की मांसाहार के लिए हत्या की जाती है, उसकी दुख और भय की तरंगें भी हमारे शरीर में प्रवेश कर जाती हैं। परिवार के सदस्यों, विशेषकर पत्नी का कर्तव्य है कि व्यक्ति को इन बुरी आदतों से रोके और सन्मार्ग की ओर प्रेरित करे, न कि उसमें सहभागी बने। हमें पशुतुल्य जीवन से दिव्यता की ओर बढ़ना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ नैतिकता के साथ जीना ही हमें आगे नहीं बढ़ाता, बल्कि आध्यात्मिक साधना भी जरूरी है। अभ्यासियों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उन्होंने संक्षिप्त किंतु सारगर्भित उत्तर दिए।

हार्टफुलनेस केंद्र रायपुर के संयोजक सतीश शर्मा ने बताया कि दाजी ने 4 मई से एकात्म अभियान "हर दिन ध्यान, हर दिल ध्यान" शुरू किया था। यह अभियान 21 जून को योग दिवस पर पूरा होगा। इसके अंतर्गत हजारों स्वयंसेवक एवं मास्टर ट्रेनर लगभग एक करोड़ लोगों को हार्टफुलनेस ध्यान, योग अभ्यास एवं जीवन कौशल का प्रशिक्षण दे रहे हैं।



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