हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद खदान बंद कराने की साजिश, भीड़ इकट्ठा कर बनाया जा रहा दबाव

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Update: 2023-08-30 16:48 GMT
राजनांदगांव। अर्जुनी के पास स्थित ग्राम घोरदा में स्थित खदान के मामले को लेकर प्रदर्शनकार्यों के द्वारा पूर्णत: वैध खदान मालिक के ऊपर दबाव बनाया जा रहा हैं। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों की समझाइए के बाद भी प्रदर्शनकारी अपनी अवैध मांग पर पड़े हुए हैं और प्रदर्शन कर दबाव बनाया जा रहा है। ग्राम घोरदा में स्थित एक चूना पत्थर खदान के विरोध में ग्रामीणों द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बीच अब लीज धारक निर्मलचंद जैन ने स्पष्ट किया है कि उनकी खदान 1980 से संचालित है और उसे 2038 तक के लिए लीज मिली है उन्होंने दावा किया की खदान पूरी तरह वैध है एवं उसे सभी विभागों की एनओसी और स्वीकृति हासिल है इतने सालों में कभी कोई विवाद नहीं हुआ अब कुछ विघ्न संतोषी तत्वों के इशारों पर जबरन बखेड़ा खड़ा किया जा रहा है दबाव में इसे प्रशासन ने बंद कराया, तो इसके विरुद्ध भी उच्च न्यायालय स्थगन आदेश जारी कर चुका है।
जैन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि कतिपय असामाजिक तत्वों ने खदान के रास्ते को भी जेसीबी से खोद दिया है और वह इसमें निजी भूमि होने का दावा कर रहे हैं जबकि इसी वर्ष नए सीमांकन कराया गया था जिसमें पुष्टि हुई है कि यह पूरी तरह सरकारी रास्ता है यहां तक की जो व्यक्ति अपनी जमीन होने का दावा कर रहा है वह भी अपनी जमीन साबित नहीं कर सका और सीमांकन पर उसके हस्ताक्षर भी हैं अब हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद खदान फिर बंद करने की साजिश की जा रही है और भीड़ इकट्ठा करके दबाव बनाया जा रहा है यह उच्च न्यायालय की स्पष्ट अवमानना है प्रशासन की जिम्मेदारी है कि न्यायालय के आदेश का पालन कराए किंतु वह भी भीड़ के आगे नतमस्तक हो गया है। ग्राम घोरदा में स्थित खदान के विरोध में ग्रामीणों ने सुबह से देर रात तक चक्काजाम किया इस मामले में लालबाग पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया है पुलिस के अनुसार प्रदर्शन कर रहे दस नामजद एवं अन्य ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है मंगलवार के प्रदर्शन पर भी कार्रवाई होगी।
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