राधिका खेड़ा केस में कांग्रेस प्रवक्ता की बढ़ सकती है मुश्किलें

Update: 2024-05-08 10:24 GMT

2 जिलों में FIR की तैयारी

कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस FIR दर्ज कर राधिका केस जाँच में ले सकती है

प्रदेश कांग्रेस के नेता मामले को दबाने में लगे है 

छग पुलिस को राधिका खेड़ा के रायपुर आने का इंतजार 

महिला उत्पीड़न जैसी विभिन्न गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज होने की संभावना  

रायपुर। राधिका खेड़ा केस में कांग्रेस प्रवक्ता की मुश्किलें बढ़ सकती है। सूत्रों से जानकारी आ रही है कि राधिका खेड़ा अपनी लड़ाई को अपने अस्तित्व बचाने के लिए नहीं नारी अस्तित्व को ज़िंदा रखने के लिए कर रही है। अब ये लड़ाई खुलेतौर पर नया रंग नया गुल खिलाएंगे। छत्तीसगढ़ पुलिस ने भी राधिका खेड़ा के मामले में कोरबा में हुई उत्पीड़न और बदतमीजी को अलग नज़रिए से देखेगी। उसमें अलग केस दर्ज होगा। साथ ही रायपुर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई घटना को भी अलग तरीक़े से महिला उत्पीड़न का मामला अलग से दर्ज कर सकती है। उपरोक्त दोनों ही केस अलग अलग जिलों के होने के कारण अलग अलग थानों में भी दर्ज किया जा सकता है। बहुत जल्द राधिका खेड़ा को रायपुर पुलिस राजधानी बुला सकती है। राधिका खेरा संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कहा कि बाद में बात करती हूँ पूरी जानकारी और विस्तार से ख़बर के लिए आपको पिछले दिनों जो घटना हुई उस घटना पर है नज़र के सामने लाना होगा। नीचे विस्तार से खबर पढ़िए...

सुप्रिया श्रीनेत और अलका लाम्बा पर भड़की राधिका खेड़ा, दोनों महिला होकर भी...

बता दें कि राधिका खेड़ा लगातार मीडिया पर हर दिन बड़े खुलासे कर रही हैं। अबतक उनके निशाने पर जहाँ छत्तीसगढ़ के ही नेता थे तो वही राधिका खेड़ा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी निशाने पर ले लिया हैं। राधिका ने कहा हैं कि न ही राहुल गांधी और न ही प्रियंका गांधी में रीढ़ की हड्डी हैं।

राधिका खेड़ा ने एक टीवी इंटरव्यूव पर बताया कि उनके साथ छत्तीसगढ़ में हुई बदसलूकी के बाद उनके पार्टी की चर्चित महिला नेत्री सुप्रिया श्रीनेत और अलका लाम्बा ने उन्हें फोन तक नही किया। जब उन्होंने पार्टी से इस्तीफ़ा दिया तो दोनों ने उन्हें ट्विटर (अब एक्स) पर उसे अनफॉलो भी कर दिया। बावजूद इसके कि दोनों ही महिलाएं हैं और अलका लाम्बा तो खुद महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष। राधिका खेड़ा ने कहा कि पार्टी में उन्हें किसी नेता या नेत्री का साथ नहीं मिला। वह अपने साथ हुए घटना की जानकारी के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के पीए को फोन लगाती रही लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्हें पार्टी के भीतर सिर्फ नेता का साथ मिला वो हैं पवन खेड़ा। उन्होंने मुझसे हर घटना के बारें में जानकारी ली।




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