लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की बैठक ख़त्म, भूपेश-सिंहदेव के नामों की चर्चा
छग
नई दिल्ली/रायपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो चुकी है। वहीं कांग्रेस में बैठकों के साथ उठा-पटक का दौर जारी है। दिल्ली में सोमवार को घंटों चली बैठक के बावजूद कांग्रेस के दिग्गज एक सीट पर भी सिंगल नाम तय नहीं कर पाए हैं। दरअसल, भाजपा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होने के बाद कांग्रेस ज्यादा सावधानी बरत रही है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस की ओर से पहले तैयार किए गए पैनल में अब कुछ बदलाव किए जाने की चर्चा है। पार्टी रायपुर, राजनांदगांव जैसी सीट पर दिग्गज नेताओं को उतार सकती है।
इनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम चर्चा में है। रायपुर और राजनांदगांव दोनों लोकसभा सीटों पर उनके नाम को लेकर प्रस्ताव आया है। हालांकि राजनांदगांव से छन्नी साहू का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। छन्नी साहू इसी सीट से विधायक भी रह चुकी हैं। रायपुर से पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू का नाम भी सामने आया है। धनेंद्र पहले भी एक बार रायपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं दुर्ग से पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू और राजेंद्र साहू, कांकेर से मोहन मरकाम और बीरेश ठाकुर में से किसी एक के नाम पर फैसला हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कोरबा और बस्तर को लेकर भी नाम तय नहीं हो पाए हैं। पहले माना जा रहा था कि इन दोनों सीटों पर स्थिति साफ है। कांग्रेस एक बार फिर से अपने सांसदों को रिपीट करेगी, लेकिन एक भी सीट पर सिंगल नाम तय नहीं हो सके। वहीं पूर्व आबकारी मंत्री ने भी विरोध का बिगुल फूंक दिया है। अपने बेटे हरीश लखमा को बस्तर से टिकट दिलाने के लिए वह समर्थकों के साथ दिल्ली पहुंच गए हैं। उन्होंने पार्टी हाईकमान के सामने अपनी बात भी रख दी है। हालांकि अभी कोरबा से ज्योत्सना महंत और बस्तर से दीपक बैज सांसद हैं।