सूरजपुर। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने समय-सीमा की बैठक ली। उन्होंने राज्य शासन की फ्लेगषीप योजनाओं सुराजी गांव योजना नरवा, गुरूवा, घुरूवा, बाड़ी, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, मुख्यमंत्री हॉट बाजार योजना, गोधन न्याय योजना, भूमिहिन मजदूर न्याय योजना, मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना तथा अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन जिले में हुआ है उसकी समस्त जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने समस्त विभागीय के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा मई का महीना काम करने के लिए उपयुक्त है, इसके बाद बरसात आ जायेगी। इसके लिए जो टेंडर, स्वीकृति से संबंधित औपचारिक प्रक्रिया है उसे तीव्रता के साथ पूरा करते हुए बरसात से पहले कार्य को प्रारंभ कराना सुनिश्चित करें, इससे कार्य समय सीमा पर किया जा सकता है।
उन्होंने समस्त विभागों को आपस में समन्वय बनाकर कार्य करने निर्देष देते हुए कहा कि जिस विभाग का समन्वय संबंधित विभाग या अन्य विभाग से ठीक होता है, उसका रिजल्ट अच्छा आता है। जिले में अधिकारियों कार्य प्रणाली पारदर्शी होना चाहिए है, इससे शिकायते कम आती है और प्रकरणों का निराकरण भी समय पर हो पाता है। उन्होंने समस्त नगरीय निकाय के सीएमओ से जानकारी लेते हुए निकायों में मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजनान्तर्गत कितने हितग्राहियों को योजना का लाभ दिया जा रहा है। उसकी जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने नगरीय निकायों में गोबर खरीदी, मवेशियों के लिए गौठान, तथा गौठान में खरीदे गये गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाने की जानकारी ली। गौठानों मे पानी की उपलब्धता पर विशेष जोर देते हुए क्रेडा सहायक अभियन्ता को यथाशीघ्र गौठानों में सौर सुजला के माध्यम से सोलर पैनल की कार्यवाही जल्द करने के निर्देश दिये। वन विभाग, उद्यान विभाग एवं शिक्षा विभाग को पोषण वाटिका के माध्यम से प्लानटेशन लगाने पिछले वर्ष का लक्ष्य एवं इस वर्ष के लक्ष्य की जानकारी लेते हुए निर्देश दिये। प्लानटेशन लगाना सरल काम है इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है पौधों को जीवित रखना। यही लक्ष्य लेकर विभागीय अधिकारियों को लेकर चलना है।
उन्होंने समस्त विभागों से लक्ष्य अनुसार प्लानटेशन लगाने हेतु कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने जल संसाधन विभाग तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जिले में कम बारिश तथा अधिक बारिश की स्थिति की कार्ययोजना प्रस्तुत करने कहा। स्वास्थ्य विभाग को बरसात से पूर्व तथा बरसात के समय जिले किन बिमारियों की अधिकता होती है जानकारी ली। स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टर, दवाई की उपलब्धता की जानकारी ली साथ ही उन्होंने कहा कि यदि किसी गांव में कोई गम्भीर बिमारी या महामारी फैलती है तो उसकी सूचना कितने देर मिल जाती है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 1 घंटे में सूचना मिल जाती है। कलेक्टर ने समस्त जिला अधिकारियों को संवादहीनता से बचने के निर्देष देते हुए कहा कि प्रषासन में सबसे महत्वपूर्ण है संवाद या संचार। सूचना जितनी जल्दी मिलेगी समस्या का समाधान की उतना ही जल्दी होगा। सूचना के अभाव में छोटी समस्या का भी समाधान समय पर नहीं हो पाता है। श्रम विभाग से उन्होंने जिले में पंजीकृत श्रमिकों की जानकारी लेते हुए विभाग की योजनाओं को पात्र हितग्राहियों तक पहुंचाने के लिए अधिक प्रयास करने कहा। उन्होंने होम गार्ड राहत आपदा को बरसात से पूर्व बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए गोताखोर, बोट तथा अन्य सामग्रियों की जानकारी ली। कृषि विभाग को खाद बीज का भण्डारण करने तथा पिछले वर्ष की तुलना इस वर्ष की खपत बढ़ने की जानकारी प्रस्तुत करने, किसानों के केसीसी पंजीयन करने तथा जिले मिलेट कैफे खोलने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देष दिये। लोक निर्माण विभाग के द्वारा जिले के सड़कों की मरम्मत, पेचवर्क तथा नये निविदा प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने तारा-प्रेमनगर रोड़ जल्द सुधार करने के निर्देश दिये।