कांकेर। कलेक्टर शुक्ला की ओर से आज हमर लक्ष्य कार्यक्रम के तहत विकासखंड कांकेर, चारामा, नरहरपुर के हाई व हायर सेकंडरी विद्यालयों के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक लिया गया। उन्होंने जिले में संचालित होने वाले अनुरोध कार्यक्रम के प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए इसे कड़ाई से जिले के समस्त विद्यालयों में लागू करने के निर्देश दिये तथा अनुपस्थित बच्चों की शत प्रतिषत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। माह जुलाई में कक्षा 10वीं के 11 विद्यालयों को डी ग्रेड व कक्षा 12वीं के 12 डी ग्रेड विद्यालयों के प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। कांकेर विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोकपुर, माकडीखुना, सुरेली, बागोडार, पुसवाडा, सिदेसर, कोकानपुर, नरहरपुर विकासखंड से कुरालठेमली, मुरूमतरा, थानाबोडी, मुसुरपुटटा, ठेमा, दुधावा, सारवंडी, चारामा विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरी, किसनपुर, बडेगौरी, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय हल्बा। इसके अतिरिक्त मासिक मूल्यांकन में 100 प्रतिशत रिजल्ट देने वाले विद्यालयों क्रमशः स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय सरोना, नरहरदेव उत्कृष्ट विद्यालय कांकेर, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय चारामा, तारसगांव, जेपरा, बीरनपुर, दबेना, हटका चारामा की प्रशंसा की गई। कलेक्टर ने सी व डी ग्रेड वाले विद्यालयों को तत्काल सुधार लाने के निर्देश दिये, साथ ही इन विद्यालयों में औचक निरीक्षण कर शिक्षा गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी व विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दिये है।
कलेक्टर ने त्रैमासिक परीक्षा हेतु जिले से प्रश्न पत्र तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, साथ ही जिन स्कूलों ने पाठ्यक्रम पूर्ण नहीं किया है उन्हें जिला द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप पाठ्यक्रम पूर्ण करने के निर्देश दिये, ताकि माह सितंबर 2023 के अंतिम सप्ताह में आयोजित त्रैमासिक मूल्यांकन में सम्पूर्ण जिले में एकरूपता बनी रहे। माह सितम्बर त्रैमासिक मूल्यांकन के पूर्व जेईई व नीट के लिए मॉक टेस्ट आयोजित करने के निर्देश भी दिये। जेईई नीट प्रवेश परीक्षा के लिए विकासखंड स्तर पर केन्द्र बनाया गया है, इसके अतिरिक्त सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को विषय व्याख्याताओं की प्रशिक्षण प्रत्येक शनिवार व रविवार को आयोजित करने के लिए निर्देशित किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक विद्यालयों में अच्छे एवं कम अच्छे बच्चों का चिन्हांकन कर लिया गया है। इन अच्छे बच्चों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी, राइटिंग स्किल, जेईई नीट की तैयारी अलग से कराने तथा कम अच्छे बच्चों की रेमेडियल कक्षाओं का संचालन करने के निर्देश दिये गये है। कलेक्टर ने माह जुलाई की समीक्षा में खराब प्रदर्शन करने वाले व्याख्याताओं की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, साथ ही इन व्याख्याताओं की बैठक सह कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश भी दिये गये। कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने कहा कि पाठ्यक्रम को रूचि पूर्ण बनाते हुए तकनीकी का उपयोग कर बेहतर अध्यापन व्यवस्था विद्यालय में लागू किया जावे ताकि बच्चे प्रत्येक कक्षा में अच्छे और मन से अध्ययन कर सकें। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन सहित सहायक संचालक, बीईओ, एपीसी समस्त प्राचार्य व अधिकारी कर्मचारी उपस्थित हुए।