राजनांदगांव। कलेक्टर सिंह ने घरेलू हिंसा पीडि़त, पारिवारिक विवाद व विभिन्न प्रकार से संकटग्रस्त महिलाओं के लिए जिले में संचालित सखी वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण किया। कलेक्टर सिंह ने बल्देवबाग स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर में मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि शासन की ओर से महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत पीडि़त महिलाओं को विधिक सहायता दी जा रही है व उन्हें 5 दिनों तक नि:शुल्क चिकित्सा, भोजन व आश्रय प्रदान करने के साथ ही पुनर्वास भी किया जा रहा है। उन्होंने केन्द्र प्रशासक को केन्द्र में साफ -सफाई व आश्रय गृह को व्यवस्थित रखने व सामग्री के रख-रखाव पर विशेष ध्यान रखने व पीडि़त महिलाओं से संवेदनशीलता पूर्वक व्यवहार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सखी सेंटर के कर्मचारियों व सेवा प्रदाताओं से संस्था की व्यवस्थाओं, प्राप्त प्रकरणों व निराकृत प्रकरणों के संबंध में तथा आश्रय गृह के संबंध में चर्चा की।
उन्होंने प्रकरण से संबंधित अभिलेखों की जांच की और प्रत्येक प्रकरणों को गंभीरतापूर्वक नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सखी वन स्टॉप सेन्टर में पुलिस विभाग, जिला चिकित्सालय से संबंधित स्टाफ तथा विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरालीगल वालेंटियर की ओर से दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य यूनिट के वाहन को रोस्टर के अनुसार ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सखी वन स्टाप सेंटर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां के स्टाफ ने जमीन, भवन, नगर सेना स्टाफ, पानी, वाशिंग मशीन, सिलेण्डर के संबंध में जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि सखी वन स्टाप सेंटर के माध्यम से जिले में संकट ग्रस्त व आपदा पीडि़त महिलाओं को हेल्पलाईन नंबर 181 के माध्यम से सुविधाएं प्रदान की जा रही है। पीडि़त महिलाओं को चिकित्सा सुविधा देने के साथ ही विधिक सहायता तथा कॉउसिलिंग भी की जा रही है। ताकि वे पुन: जीवन की मुख्य धारा से जुड़ सकें। कलेक्टर ने सखी वन स्टाप सेंटर के नवीन भवन निर्माण के लिए जमीन का अवलोकन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी महिला व बाल विकास गुरप्रीत कौर, तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता, बाल सुरक्षा अधिकारी चंद्रकिशोर लाडे उपस्थित थे।