गरियाबंद। कलेक्टर छिकारा ने जिले के पाठकों की सुविधा के लिए एक विशेष पुस्तक दान महाभियान की पहल 14 अगस्त को संयुक्त जिला कार्यालय परिसर से स्वयं पुस्तकें दान कर किया था। जिसमें अब तक जिले के लोगों ने अब तक लगभग 3 हजार से अधिक पुस्तकें दान की है। इस पुस्तक दान महाभियान में अधिकारी-कर्मचारी सहित आमजन भी अपने पास रखे पढ़ने लायक विभिन्न प्रकार के किताबों को लगातार दान कर रहे है। इन किताबों को राजिम के कन्या माध्यमिक विद्यालय परिसर में सुव्यवस्थित तरीके से विकसित किया गया है। यह जिले का प्रथम किताब घर होगा। यहां से कोई भी जरूरत मंद अपनी मन पसंद की किताब पढ़ने के लिए अपने नाम से पुस्तकें जारी करा सकेंगे। कलेक्टर छिकारा ने आज राजिम के कन्या माध्यमिक शाला में जिले के प्रथम किताब घर का फीता काटकर शुभारंभ किया।
कलेक्टर छिकारा ने कहा कि पुस्तक ज्ञान का भंडार होता है। यह हमेशा इंसान को सच्चे मित्र की तरह अच्छी सीख की प्रेरणा देती है। पुस्तक का महत्व कभी खत्म नहीं होता है। कलेक्टर ने कहा कि किताब पढ़ने के पश्चात उसकी उपयोगिता कभी खत्म नहीं होती। अन्य लोगों के लिए उपयोगी हो सकती है। इसी सोच के मद्देनजर किताब घर का शुभारंभ किया गया है। कलेक्टर ने स्कूली बच्चों से चर्चा के दौरान कहा कि छुपी हुई प्रतिभा को सामने लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बोलेगा बचपन अभियान का संचालन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विभिन्न विधाओं में कक्षा पहली से 12वीं तक के बच्चों के विशिष्ट प्रतिभा को आगे लाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
कलेक्टर छिकारा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना लक्ष्य बड़ा बनाये रखना चाहिए और बड़ा लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करना चाहिए। यदि कभी असफलता मिलती है तो उससे निराश होने की जरूरत नही है। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इमानदारी पूर्वक और कड़ी मेहनत करनी चाहिए, जो भी कार्य करें उस पर शत-प्रतिशत अपना समय दें। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर नवीन भगत, एसडीएम धनंजय नेताम, जनपद सीईओ अजय पटेल ने भी विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इस अवसर पर स्वामी आत्मानंद स्कूल एवं कन्या शाला के विद्यार्थी एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।