रक्षाबंधन पर बहन ने भाई को दी किडनी, बचाई जान

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Update: 2023-09-01 15:59 GMT
बूंदी। बूंदी रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का पावन पर्व है। बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। वहीं भाई जीवनभर बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं। राखी के दिन भाई अपनी बहनों को कोई न कोई उपहार भी जरूर देते हैं। वहीं बरड़ क्षेत्र की थड़ी निवासी में एक महिला ने अपने भाई की जान बचाने के लिए अपनी किडनी दी है। डाबी उपतहसील क्षेत्र के गांव बुधपुरा निवासी रामस्वरूप गुर्जर की 7-8 माह से तबीयत खराब थी। रामस्वरूप की किडनी में सूजन की शिकायत थी। परिजन रामस्वरूप को लेकर कोटा, अहमदाबाद, उदयपुर व जयपुर के अस्पतालों में लेकर गए। यहां चिकित्सकों ने जांच करने के बाद किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी।
बड़े भाई सुखलाल गुर्जर ने बताया कि छोटे भाई के लिए किडनी डोनर की तलाश थी। डॉक्टर ने बताया कि परिवारजन ही किडनी डोनेट कर सकते हैं। माता-पिता वयोवृद्ध होने से उनकी किडनी डोनेट करवाना संभव नहीं था। वह तीन भाई और तीन बहन हैं, जिनमें से दो भाइयों व दो बहनों का ब्लड ग्रुप मैच नहीं करने से किडनी डोनेट नहीं कर पाए। तीन बहनों में से बड़ी बहन थड़ी निवासी सुगना बाई गुर्जर (49) का ब्लड ग्रुप मैच हो गया। बड़ी बहन सुगना बाई ने जीवनरक्षक बनकर अपनी किडनी देने का निर्णय लिया। सुगना बाई के निर्णय में परिजनों ने भी साथ दिया। रक्षाबंधन से पूर्व 25 अगस्त किडनी ट्रांसप्लांट जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में किया गया। अब रामस्वरूप की सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। वहीं, अपने भाई को नई जिंदगी देकर सुगना बाई बेहद खुश है। दोनों भाई बहन स्वस्थ है। वहीं अस्पताल में डॉक्टर की देखरेख में है।
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