छत्तीसगढ़: मंत्री ने पंचायतों में कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों की ली जानकारी
रायपुर। वन एवं जलवायु परिवर्तन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री तथा विधायक ने राजधानी के शंकर नगर स्थित अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंचों से जुड़कर विकास कार्यों के संबंध में चर्चा की। इसमें कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा जनपद पंचायत के अंतर्गत 28 ग्राम पंचायतों के सरपंच तथा सचिव शामिल हुए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के, कवर्धा एसडीएम विनय सोनी, उप संचालक पंचायत राज तिवारी, जनपद सीईओ नरेन्द्र शर्मा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। वन मंत्री कबीरधाम जिले के सरपंच और सचिव से लगातार संपर्क कर पंचायत एवं ग्रामीण विकास के काम-काज के साथ-साथ पंचायत स्तर पर कोविड-19 कोरोना वायरस के संभावित तीसरी लहर की तैयारियों की भी जानकारी ले रहे है। वन मंत्री इससे पहले कवर्धा जनपद पंचायत के सभी ग्राम सरपंचों और सचिव से रूबरू हो चुके हैं। वन मंत्री द्वारा अभी दो दिवस के भीतर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद पंचायत सहसपुर लोहारा के 64 ग्राम पंचायतों के काम-काज की समीक्षा की जा चुकी है।
वन मंत्री ने ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव से एक-एक कर चर्चा की और संबंधित ग्राम पंचायत के पंचायत एवं ग्रामीण विकास के साथ-साथ वहां संचालित विकास कार्यों के बारे में जानकारी ली। मंत्री सभी सरपंचों को अपने-अपने ग्राम पंचायत में योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन कर ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभ दिलाए जाने के लिए कहा। उन्होने संबंधित सरपंच और सचिवों से चर्चा करते हुए ग्राम पंचायतों में जन सुविधा के विस्तार के लिए योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन हेतु विशेष जोर दिया। मंत्री ने जिला पंचायत स्तर पर सरपंचों के द्वारा मांग किए गए सभी रोजगारमूलक कार्यों का परीक्षण उपरांत स्वीकृति के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान शासन स्तर से स्वीकृति मिलने वाले बडे़ कार्यों का प्रस्ताव भी भेजने के लिए निर्देशित किया।
वन मंत्री ने इन दौरान ग्राम पंचायत सिंगारपुर, गांगपुर, चंदैनी, बड़ौदाकला, दैहानडीह, कुटकीपारा, तालपुर, आमगंाव, राम्हेपुर, सिल्हाटी, बामी, सोनझरी, मोतिमपुर, बिडोरा तथा बबई के काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने आज ग्राम पंचायत नरोधी, रक्से, बीजाबैरागी, भगवताटोला, सुकतरा, लाखाटोला, सिंगारपुर(खै), बिसाटोला, ग.खम्हरिया, मजगांव, पटपर, दनियाखुर्द तथा कारेसरा के भी काम-काज की समीक्षा की।