जनता से रिश्ता वेबडेस्क। धमतरी। रेत के अवैध उत्खनन और पर्यावरण बोर्ड के नियमों की धज्जी उड़ाते हुए उत्खनन में मशीनों का उपयोग करने वाले माफियाओं पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था। शुरुआत में कुछ दिनों तक खनिज विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने खदानों में दबिश देकर कार्रवाई की। इससे कुछ दिनों तक अवैध उत्खनन बंद हो गया था, लेकिन अब फिर से दिनदहाड़े मशीनों के माध्यम से रेत का अवैध उत्खनन होने लगा है। रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है, इसलिए अवैध उत्खनन करने वाले रेत माफिया बेलगाम हो गए हैं।
13 फरवरी को जिले की ग्राम दरगहन की रेत खदान में जेसीबी मशीन के माध्यम से रेत का उत्खनन कर हाइवा ट्रक में लोड किया जा रहा था। दिनदहाड़े रेत का अवैध उत्खनन मशीन से किया जा रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि रात में भी दो-तीन मशीनें लगाकर खदान में अवैध उत्खनन किया जाता है। यहां रेत लेने के लिए हाइवा ट्रक की लाइन लगती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।
सलोनी क्षेत्र के जनपद सदस्य शैलेंद्र साहू ने बताया कि दरगहन ही नहीं जंवरगांव, लीलर,भरारी और आसपास की रेत खदानों में मशीनों से अवैध उत्खनन हो रहा है। शासन-प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा हुआ है। शंकर साहू, किशोर साहू ने बताया कि रेत माफिया बेखौफ होकर मशीनें लगाकर रेत की खोदाई करते हैं।
उन्हें शासन-प्रशासन का जरा भी डर नहीं है। इस संबंध में सहायक खनिज अधिकारी सनत साहू का कहना है कि अवैध परिवहन और रायल्टी चोरी के मामले में कार्रवाई की जा रही है। मशीनों से उत्खनन का मामला पर्यावरण बोर्ड का है।