छत्तीसगढ़: मुस्कान की जज़्बे को नहीं हरा पाया कोरोना!...रोजाना अस्पताल से ही ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़ती है बहादुर बच्ची
कोरोना का कहर
मंजिल उन्हें मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसले से उड़ान होती है। यह पंक्ति बहुत लोगों ने पढ़ी और सुनी होगी, लेकिन जशपुर जिले की कक्षा 5वीं में अध्यनरत मुस्कान ने इस पंक्ति को चरितार्थ कर दिखाया है। मुस्कान कोविड-19 में इलाज के दौरान अपनी ऑनलाइन पढ़ाई कर रही है। दूसरी ओर प्रदेश मंे स्कूली बच्चों की पढ़ाई बिना रूकावट के निरंतर चलाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा विविध नवाचार करते हुए बच्चों की ऑनलाईन कक्षाएं संचालित की जा रही है।
जशपुर शहर के भागलपुर की रहने वाली मुस्कान अपने माता-पिता के साथ कोविड केयर सेंटर में अपना ईलाज करा रही है। उनके पिता सत्यम सिंह नायक स्वयं शिक्षक हैं और माता गोमती सिंह नायक गृहिणी हैं। 16 दिसंबर से अस्पताल में भर्ती होकर ईलाज करा रही है। इस मुश्किल घड़ी पर भी मुस्कान अस्पताल में अपनी किताबंे साथ ले आई। जिससे वो बिना किसी दिक्कत के अपनी पढ़ाई कर सके। मुस्कान अभी सिर्फ 12 साल की है। वह शहर के सरस्वती शिशु मंदिर में 5वीं कक्षा में पढ़ती है। वह स्कूल की ओर से संचालित किए जा रहे सभी ऑनलाईन कक्षाओं में मोबाईल के माध्यम से जुड़कर शामिल हो रही है एवं स्कूली शिक्षकों द्वारा दिए जा रहे गृह कार्यों को भी बखूबी पूरा कर रही है। पढ़ाई ही मुस्कान का मुख्य शौक है। वह अपने कक्षा में हमेशा अव्वल श्रेणी की छात्रा रही है। उसकी पढ़ाई में उसके माता-पिता सदैव उसका मार्गदर्शन एवं हौसला बढ़ाते आए है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुस्कान का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उसे सेंटर में किसी प्रकार की असुविधा या अकेला महसूस नहीं होने दिया जा रहा है। विभाग द्वारा मुस्कान के खाने-पीने, दवाई, स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से किया जा रहा है।