छत्तीसगढ़: 400 KVA बिजली के टावर में संकट के बादल, रेत खनन के वजह से बना 10 फीट गहरा गड्ढा, गिरा तो बड़े इलाके में अंधेरा

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Update: 2022-01-23 04:25 GMT

बिलासपुर | बिजली की लाइन से राज्य के कई शहरों को 1000 मेगावाट तक बिजली की सप्लाई की जा रही उसके टावर रेत की बोरियों के सहारे पर खड़े हुए हैं। इसके दो कारण हैं। पहला रेत खोदने वालों ने अरपा नदी पर पानी की दिशा बदल दी है। और बहाव उसी छोर पर चला गया है, जहां यह टावर खड़ा है। दूसरा अरपा भैंसाझार से पानी छोड़ने के चलते धीरे-धीरे यहां से बह रहे पानी ने मिट्‌टी को काट दिया है। इसलिए ही मौके पर 10 फीट गहरा गड्ढा हो चुका है।

मामले में कलेक्टर ने जहां जांच रिपोर्ट मांगी है वहीं बिजली विभाग का कहना है कि मौके पर रिटेनिंग वॉल तैयार करने की कार्य योजना बनाई गई है। आने वाले दिनों में जल संसाधन विभाग के साथ सामंजस्य स्थापित कर मिट्टी के कटाव को रोकने का प्रयास किया जाएगा। दूसरी तरफ खनिज विभाग ने भी स्पेशल टीम बनाकर यहां की मॉनिटरिंग करने की बात कही है। बिजली विभाग के अधिकारी लगातार इस स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए संबंधित विभागों से पत्र व्यवहार कर रहे हैं।
बिलासपुर से लगे घूटकू गांव में अरपा नदी के तट पर खड़ा 400 केवीए का यह टावर बस गिरने ही वाला है। और इसके चलते बड़े इलाके में बिजली व्यवस्था ठप होने वाली है।
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