Chhattisgarh: 4 महीने बाद 80 मतांतरित आदिवासियों ने की घर वापसी

छत्तीसगढ़ में मतांतरित लोगों की घर वापसी के प्रयास में चौंकाने वाली जानकारी भी सामने आ रही है।

Update: 2021-07-18 17:22 GMT

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में मतांतरित लोगों की घर वापसी के प्रयास में चौंकाने वाली जानकारी भी सामने आ रही है। धर्म जागरण मंच के पदाधिकारियों ने जब मतांतरितों से वजह पूछी तो अधिकांश ने यही बताया कि समाज में बराबरी का व्यवहार नहीं किया जाता। समाज प्रमुख दु‌र्व्यवहार करते हैं।

समाज में बराबरी का व्यवहार नहीं किए जाने से दुखी ग्रामीण हो गए थे मतांतरित
तीज त्योहार के दौरान भी समाज में उपेक्षित किया जाता है। इसी से दुखी होकर चार महीने पहले मतांतरण कर लिया था। मंच के पदाधिकारियों ने समाज प्रमुखों से चर्चा की। आपस में समन्वय बैठाया तो बात बन गई। कोटा ब्लाक के 20 परिवार के 80 लोग घर वापसी को राजी भी हो गए। मंच के पदाधिकारियों ने इसी महीने समाज प्रमुखों के बीच पैर धोकर और गले में तुलसी की माला पहनाकर इन लोगों की घर वापसी कराई है।
मतांतरित आदिवासियों ने कहा- अपनों के व्यवहार से दुखी होकर मिशनरियों से साधा संपर्क
बिलासपुर जिले के कोटा ब्लाक में अनुसूचित जनजाति वर्ग के ग्रामीणों की बड़ी संख्या में मतांतरण की जानकारी मिली। धर्म जागरण मंच के अलावा प्रदेश भाजपा के मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने मतांतरित आदिवासियों से संपर्क साधना शुरू किया। गांव पहुंचकर ग्रामीणों से बातचीत की। मतांतरित आदिवासियों का कहना था कि समाज के बीच उनको वह स्थान नहीं मिल पाया, जिसके वे हकदार हैं। परिवार के सदस्यों से भी अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता। अपनों के व्यवहार से दुखी आदिवासी मिशनरियों के संपर्क में आए और मतांतरित हो गए।
275 मतांतरित आदिवासी अब मुख्यधारा में लौट आए
इस पर मंच के पदाधिकारियों ने आदिवासियों को उनका सम्मान लौटाने और समाज में अपनों के बीच मिल-जुलकर रहने का प्रस्ताव रखा। फिर समाज प्रमुखों से चर्चा की। इसे बाद मतांतरित आदिवासियों की घर वापसी कराई गई। कोटमीकला के अलावा आसपास के मतांतरित आदिवासी अब मुख्यधारा में लौट आए हैं। धर्म जागरण मंच के पदाधिकारी राजेश मिश्रा ने बताया कि आठ महीने पहले बिलासपुर शहर के जूना, सरकंडा, दयालबंद व आसपास की निचली बस्तियों में रहने वाले 275 लोग मतांतरित हो गए थे। समझाने के बाद सभी लोगों की घर वापसी कराई गई है।
विहिप चला रहा अभियान
कांकेर जिला में विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी घर वापसी अभियान चला रहे हैं। विहिप के जिलाध्यक्ष व जनपद पंचायत के सदस्य रामचरण ने बताया कि जिले के ग्राम किशनपुरी में साहू और गोड़ समाज के छह परिवार के 25 लोग मतांतरित हो गए थे। एक वर्ष के बाद सभी लोगों की घर वापसी कराई गई है।
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