CG: राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पर्वतों की उंचाई पर फहराया तिरंगा झंडा

छग

Update: 2024-08-04 17:50 GMT
Raipur. रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रथम पर्वतारोही राहुल गुप्ता ‘माउंटेन मैन‘ पर्वतारोहण क्षेत्र में नया रिकॉर्ड कायम करने जा रहे है। ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट कोज़िअस्को में 15 अगस्त को तिरंगा फहराएंगे। माउंटेन मेन राहुल गुप्ता ने आज खेल मंत्री से मुलाकात कर आगामी अभियान के लिए आशीर्वाद लिया। राहुल, ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के सबसे ऊंची चोटी माउंट कोज़िअस्को (7,310 फिट) की ऊंची चोटी पर चढ़ाई करेंगे। जो कि महाद्वीपो के पहाड़ो की ऊँचाई की रैंकिंग में सातवाँ व
सबसे छोटी चोटी है।
राहुल गुप्ता आगामी 15 अगस्त को पीक फतह करेंगे। इस दौरान लगभग माइनस (अधिकतम -10 डिग्री) तापमान तक मे ट्रेकिंग के द्वारा लगभग 23 किलोमीटर दूरी तय करके पूरा करेंगे। राहुल गुप्ता अल्पाइन टेक्निक क्लाइम्बिंग के साथ साथ विंटर एक्सपीडिशन में एक्सपर्ट है। अल्पाइन टेक्निक से क्लाइम्बिंग यानी इस चढ़ाई में अमूमन 1-2 लोग ही होते हैं और अभियान को पूरा करते हैं। यह पर्वतारोहण के क्षेत्र में सबसे उच्चतम श्रेणी की विधा है। राष्ट्रीय स्तर पर विंटर एक्सपीडिशन करने वाले भी छत्तीसगढ़ के पहले व्यक्ति हैं। सर्वप्रथम अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पहाड़ों को फ़तह करना छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम पर्वतारोही राहुल गुप्ता श्माउंटेन मेनश् ने वर्ष 2015 से शुरू किया था।
छत्तीसगढ में एडवेंचर स्पोर्ट्स के जरिए हर बार कोई न कोई संदेश (सोशल मेसेज) को भी बढ़ावा देने लिए राहुल ने झंडा फहराया है। इस अभियान के लिए राहुल ने खेल मंत्री टंक राम वर्मा और छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुखिया श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया। राहुल ने बताया कि राज्यमंत्री रहते हुए श्री साय ने दिल्ली में कई बार सहयोग किया। उनके सहयोग के बिना पर्वतारोही बन पाना संभव नहीं था।
राहुल गुप्ता छत्तीसगढ़ के प्रथम पर्वतारोही है जिन्होंने दुनिया की सर्वाेच्च चोटी माउंट एवेरेस्ट (8848 मीटर) फतह किया है। इन्हें छत्तीसगढ़ राज्य में एडवेंचर स्पोर्ट्स के जनक के रूप में भी जाना जाता है। राज्य के प्रथम प्रोफेशनल पर्वतारोही है जो कि मूल निवासी अम्बिकापुर, छत्तीसगढ़ के रहने वाले है।राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय 14 पहाड़ों पर पर्वतारोहण दल का नेतृत्व किए है। पर्वतारोही राहुल गुप्ता ने भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के पर्वतारोहण संस्थान जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (पर्वतारोहण) से ट्रेनिंग (प्रशिक्षण) ली है। पर्वतारोहण जैसे साहसिक खेलों के क्षेत्र में उनका पिछले 12 सालों का अनुभव रहा है।
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