CG News: अतिक्रमण करने वालों ने रेंजर और कर्मचारियों को पीटा, शिकायत दर्ज
छग
Gariaband. गरियाबंद। अवैध अतिक्रमण रोकने गए रेंजर समेत तीन वन कर्मियों को अतिक्रमणकारियों ने लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और उनके कपड़े उतार दिए. इस दौरान तीनों घायल जान बचाने के लिए अर्धनग्न हालत में मौके से भागे और रक्शापत्थरा लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधक के घर पहुंचकर अपनी जान बचाई. पुलिस में शिकायत दर्ज करने के बाद तीनों का गरियाबंद में इलाज जारी है. घटना की सूचना लगते ही उदंती सीता नदी अभ्यारण्य के उप संचालक वरुण जैन और पुलिस अफसर अस्पताल पहुंच गए थे.
जानकारी के मुताबिक, उदंती सीता नदी अभ्यारण्य के बफर जोन में तौरेंगा वन परिक्षेत्र में शनिवार को वन परिक्षेत्र अधिकारी राकेश परिहार अपने शासकीय वाहन से कर्मी पिताम्बर डोंगरे के साथ सूचना के आधार पर अवैध अतिक्रमण को रोकने एम कक्ष क्रमांक 1138 पहुंचे. जहां गोना नवापारा निवासी अशोक पिता देवीसिंह नेताम ट्रैक्टर से वन भूमि में अवैध रूप से जोताई कर रहा था, जिसे रेंजर ने रोका. वन अमले को देखकर ट्रैक्टर चालक गांव की ओर भाग गया. कुछ देर बाद घटनास्थल का मुआयना कर रहे वन अमले को गांव की ओर से आए 25 से 30 महिला-पुरुषों ने घेर लिया और रेंजर परिहार समेत तीनों कर्मियों के कपड़े उतरवाए, मोबाइल और पैसा भी छीना, फिर उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया.
घायल रेंजर राकेश परिहार ने बताया कि अवैध अतिक्रमण रोकने गए थे और 25-30 महिला-पुरुषों ने उन्हें पकड़कर जमकर मारपीट की. कपड़े, मोबाइल, पर्स, जूते-चप्पल सब छीन लिए गए. जान बचाने के लिए भागते हुए एक महिला ने शासकीय वाहन की चाबी दी. अर्धनग्न हालत में वे रक्शापत्थरा लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधक के घर पहुंचे और मदद मांगी. सहयोगी कर्मियों ने धोती-साड़ी में लपेटकर उन्हें पहले शोभा थाना पहुंचाया, जहां रेंजर परिहार ने मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई. घायलों को मैनपुर अस्पताल में भर्ती कर प्राथमिक उपचार कराया गया, फिर उन्हें गरियाबंद अस्पताल रेफर किया गया. अभ्यारण्य के उप संचालक वरुण जैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि वन कर्मियों पर अतिक्रमणकारियों ने हमला किया है। उच्च अधिकारियों को उचित कानूनी कार्यवाही करने के लिए कहा गया है. घायलों को उचित उपचार दिया जा रहा है. अतिक्रम हटाओ अभियान जारी रहेगा. मैनपुर एसडीओपी पुलिस बाजीलाल सिंह ने बताया कि वन विभाग द्वारा मामले की सूचना दी गई है, रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.