Raipur. रायपुर। ढाई हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपने पुत्र हरीश कवासी के साथ शुक्रवार को ईडी दफ्तर पहुंचे। समाचार लिखे जाने तक उनसे पूछताछ चल रही थी। लखमा पिता-पुत्र के अलावा उनके पूर्व ओएसडी जयंत देवांगन भी ईडी दफ्तर पहुंचे। भूपेश सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा को ईडी ने समन जारी किया था। कवासी सुबह 11 बजे अपने बेटे हरीश कवासी के साथ ईडी के पचपेड़ी नाका स्थित जोनल दफ्तर पहुंचे। इसके बाद ईडी के अफसरों ने उनसे पूछताछ की। समाचार लिखे जाने तक पूछताछ जारी थी और सूत्रों के मुताबिक पुछताछ के तुरंत बाद ED कवासी लखमा और उसके बेटे हरीश कवासी को भी गिरफ्तार कर सकती है।
ईडी आफिस पहुंचने पर मीडिया के सवालों पर कहा कि मैं जांच एजेंसी के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहा हूं। सच जल्द ही सबके सामने आ जाएगा। और लिफ्ट में चढ़ते हुए केवल राम राम कहते हुए हाथ को वेव (टाटा) किया। वहीं उनके बेटे हरीश ने भी हाथ हिलाया। इससे पहले कवासी ने कल ही कहा था कि वे ईडी को सब कुछ बता देंगे। हर सवाल का जवाब देंगे। वे यह भी कह चुके हैं कि कांग्रेस शासन में उन्हें शराब से हुई कमाई का एक रूपए भी नहीं मिलता था । वहीं ईडी ने कल ही एक बयान में कवासी को मिलने वाले 50 लाख रूपए हर महीने कमीशन मिलने के सबूत होने का पुष्टि के रूप में सबूत होने का दावा किया । वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने इस जांच को ही गैरकानूनी बताया था। शराब घोटाला मामला में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके पुत्र हरीश लखमा और तत्कालीन OSD जयंत देवांगन से ईडी की पांच घंटे से पूछताछ जारी है। तीनों से पुजारी चेम्बर्स पचपेड़ी नाका उपक्षेत्रीय कार्यालय में ईडी के अधिकारी एक-एक बात पर कुरेद-कुरेद कर पूछताछ कर रहे हैं।
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके पुत्र हरीश लखमा के तीन जिला रायपुर, सुकमा और धमतरी स्थित ठिकानों पर 28 दिसंबर को ईडी ने छापा मारा था. छापे के बाद ईडी ने अपने बयान में कहा था कि कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाने में सक्षम हो गया है. इसके अलावा तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं. अब पूछताछ कर ई़डी के अधिकारी कड़ियों को जोड़ने में लगे हुए हैं। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक़, ईडी पूछताछ के बाद कवासी लखमा और उनके पुत्र हरीश लखमा को गिरफ़्तार कर सकती है. इसके साथ इन्हें कोर्ट में पेशकर आगे की पूछताछ के लिए रिमांड की माँग कर सकती है। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर ईडी लगभग दो साल से कार्रवाई कर रही है. इस मामले में रायपुर मेयर एजाज ढेबर का भाई अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी पहले से ही जेल में बंद हैं. ईडी की मामले में चल रही लगातार कार्रवाई में कई राजनेता और अधिकारी आने वाले दिनों में राडार में आ सकते हैं।