Rajnandgaon. राजनांदगांव। राजनांदगांव पुलिस आरक्षक भर्ती में गड़बड़ियों को लेकर लगातार सामने आ रहे मामले के चलते इस भर्ती को रद्द कर दिया है। बीते 16 नवंबर से राजनांदगांव शहर के आठवीं बटालियन में अलग-अलग जिलों के लिए 630 पदों पर भर्ती निकाली गई थी, जिसमें 60 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। मिली जानकारी के अनुसार कुछ पुलिस कर्मचारियों की मिलीभगत से डेटा ऑपरेटरों द्वारा अभ्यर्थियों का नंबर बढ़ाये जाने को लेकर डेटा एंट्री में की गई गड़बड़ी सामने आई थी। जिसके बाद राजनांदगांव पुलिस विभाग द्वारा इस मामले में एफआईआर कराया गया था और जांच के दौरान चार पुलिसकर्मी और दो डेटा एंट्री कर्मचारी और एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा था।
भर्ती प्रक्रिया रद्द किए जाने को लेकर राजनंदगांव के आईजी दीपक कुमार झा ने कहा कि तकनीकी विसंगतियां भर्ती में सामने आई थी, जिसको लेकर पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया गया था। भर्ती प्रक्रिया में सुधार के बाद भी समस्या थी जिसे देखते हुए प्रथम चरण की भर्ती निरस्त कर दी गई है। मामले में अधिकारियों ने कहा कि, पुलिस आरक्षक भर्ती की प्रक्रिया में लगभग 4 हजार अभ्यर्थियों के दक्षता परीक्षा के अंको की इंट्री में गड़बड़ी सामने आ चुकी है। जिसे देखते हुए भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी गई है, ऐसे में पात्र अभ्यर्थियों को इस गड़बड़ी और भर्ती रद्द होने से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक नुकसान पहुंचा है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने अनियमितताओं के आरोपों के बीच राजनांदगांव में जिला पुलिस बल आरक्षक संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया है। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। हालांकि, राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि अभी तक राज्य सरकार से भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने का अधिकृत आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। अधिकारियों की मानें तो राजनांदगांव की 8वीं बटालियन में जारी भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं सामने आई हैं। 17 दिसंबर को राजनांदगांव के लालबाग थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि 16 नवंबर से राजनांदगांव, खैरागढ़ - छुईखदान - गंडई, कबीरधाम (कवर्धा) और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के अभ्यर्थी यहां भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अनियमितताओं की जांच के बाद अब तक चार पुलिस आरक्षक, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के दो कर्मचारी और एक महिला अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच के दौरान एक आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या कर ली। रत्नाकर ने इस मामले में खुद को फंसाए जाने का आरोप लगाया था। राजनांदगांव (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा ने रत्नाकर की आत्महत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित कर 10 दिन में रिपोर्ट मांगी है। वहीं पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक को सौंपी है। विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने एक्स पर भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी के गठन का निर्देश देकर स्पष्ट कर दिया है कि किसी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।