रायपुर। कर्मचारियों के अनुचित स्थानांतरण के विरोध में व प्रबंधन की हठधर्मिता के चलते सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने पूरे देश में 19 व 20 सितंबर को दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा की है. पूरे देश के साथ राजधानी रायपुर में भी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया संयुक्त कर्मचारी संगठन ने आज सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय बॉम्बे मार्केट में विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें रायपुर, दुर्ग-भिलाई, भाटापारा, बेमेतरा व आसपास के सभी शाखाओं के कर्मचारी शामिल हुए. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की हड़ताल के चलते पूरे देश में बैंकिंग कार्य जैसे नगदी जमा अथवा आहरण, एनईएफटी, आरटीजीएस, क्लीयरिंग जैसे कार्य पूर्णतः बाधित रहे. उक्त हड़ताल को सेंट्रल बैंक के अधिकारी संगठनों ने नैतिक समर्थन दिया है. साथ ही छत्तीसगढ़ बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन द्वारा भी उक्त हड़ताल का समर्थन किया जा रहा है.
इस संबंध में छत्तीसगढ़ बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव शिरीष नलगुंडवार ने बताया कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया प्रबंधन द्वारा कामगार नियमों व द्विपक्षीय समझौतों के विरुद्ध सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 4000 से ऊपर कर्मचारियों का अनुचित स्थानांतरण दूरदराज के इलाकों में कर दिया गया, जिसमें महिला कर्मचारियों के साथ ऐसे कर्मचारी भी शामिल है जो दिव्यांग श्रेणी में आते हैं. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कर्मचारी संगठन द्वारा प्रबंधन के साथ करार किया गया कि इन सभी अनुचित स्थानांतरण को वापस लिया जाए, लेकिन 2 माह बीत जाने के बाद भी प्रबंधन द्वारा यह स्थानांतरण वापस नहीं लिए गए. इसके चलते सेंट्रल बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया संयुक्त कर्मचारी संगठन ने दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा की. पहले दिन की हड़ताल से स्पष्ट हो गया है कर्मचारी संगठन के सभी कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल रहे.