धरसींवा। छत्तीसगढ़ के धरसींवा में हाईकोर्ट की फटकार के बाद मवेशी को हटाने के लिए तहसीलदार से लेकर जनपद पंचायत से सीईओ तक सड़कों पर उतर आए हैं। धरसींवा में पूरा दिन मवेशियों को हटाने की मुहीम चलती रही, ऐसा इसलिए किया गया, ताकि मुख्य न्यायाधीश के वाहन के सामने कोई मवेशी न आ पाए। बता दें, मवेशियों को सड़क से हटाने के लिए तहसील कर्मी से लेकर पंचायत सचिवों और कोटवारों ने हाथों में डंडा ले रखा है। इसी डंडे से मवेशियों को सड़कों से हटाने का कार्य किया जा रहा है।
विधानसभा मार्ग होते हुए धरसींवा हाइवे से चीफ जस्टिस निकले तो उन्हें पूरी सड़क खाली नजर आई। यानी एक भी मवेशी घूमता हुआ दिखाई नहीं दिया। दरअसल, हर रोज मवेशियों के घूमने की वजह से लोग सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं। जिसकी वजह से कोर्ट ने जल्द से जल्द इसपर संज्ञान लेने की बात कही थी। लेकिन यहां के जनपद पंचायत और सीईओ की आंखे तब खुली, जब इस मार्ग से चीफ जस्टिस निकलने वाले थे। यानी कहा जा सकता है कि, रोका-छेका अभियान सिर्फ नाम का रह गया है। क्योंकि धरसींवा की सड़कों पर मवेशी घूमते हुए दिखाई दे रहे है।