CG में ब्रूटल मर्डर, घाटी में फेंक दी महिला की लाश

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Update: 2024-08-12 16:25 GMT
Kawardha. कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में एक टीचर की उसके लिव-इन पार्टनर ने हत्या कर दी। फिर शव को कोंडागांव जिले की केशकाल घाटी में फेंक दिया। इसके बाद खुद भी जान दे दी। पुलिस ने सोमवार को वारदात में शामिल आरोपी मकान मालिक को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद सारा मामला सामने आ सका। पुलिस को टीचर का शव सड़ी-गली हालत में बरामद हुआ है। फिलहाल पुलिस ने टीचर और उसके प्रेमी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वारदात दशरंगपुर चौकी क्षेत्र की है। दरअसल, महिला टीचर सपना विश्वकर्मा (39) करीब 20 दिन से लापता थी। परिजनों ने 8 अगस्त को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। इसमें बताया था कि सपना शासकीय स्कूल बाघामुड़ा में पदस्थ थी। वह 23 जुलाई की शाम 4 बजे स्कूल से घर के निकली, लेकिन पहुंची नहीं। पुलिस ने जांच शुरू की और महिला टीचर के कॉल डिटेल निकाले। इसमें भिलाई के रहने वाले राम आशीष उपाध्याय (43) की जानकारी मिली। यह भी पता चला कि उसकी कवर्धा के ही लोलेसरा गांव निवासी रघुनाथ साहू से लगातार बात हो रही थी। इस पर पुलिस ने रघुनाथ को हिरासत में ले लिया। इससे पहले पुलिस ने राम आशीष उपाध्याय को कॉल कर थाने बुलाया। इसके बाद आशीष ने रघुनाथ को कॉल किया तो उसने पुलिस के आने की बात बताई। इसके बाद रविवार को आशीष का शव बेमेतरा में शिवनाथ नदी में मिला। आशंका है कि पकड़े जाने के डर से उसने खुदकुशी कर ली। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि सपना करीब 4 माह से आशीष के साथ लिव-इन में थी। तभी से वे लोग रघुनाथ साहू के मकान में किराए से रह रहे थे। रघुनाथ ने पुलिस को बताया कि, आशीष पहले से
शादीशुदा था।

ज्यादातर समय अपने परिवार के साथ रहता था। दोनों के बीच अक्सर किसी बात को लेकर झगड़ा होता रहता था। 1 अगस्त को भी दोनों के बीच फोन पर काफी झगड़ा हुआ। उस समय आशीष भिलाई में था। झगड़े के बाद आशीष आधी रात को कवर्धा पहुंचा। वहां भी दोनों के बीच झगड़ा और मारपीट होती रही। रघुनाथ ने पुलिस को बताया कि, रात करीब 3 बजे आशीष ने उसे कॉल किया और बताया कि घर में सांप घुस आया है। इस पर रघुनाथ मौके पर पहुंचा तो सपना का शव बिस्तर पर पड़ा हुआ था। ​​​​​​देखकर लगा कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। आशीष ने उसे उसने मामला छिपाने और शव ठिकाने लगाने के लिए पैसों का लालच दिया। इस पर रघुनाथ लालच में आकर तैयार हो गया। इसके बाद आशीष उसे अपनी बाइक पर बैठाकर भिलाई ले गया। वहां आशीष ने घर से अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी ली और फिर दोनों लोलेसर गांव पहुंच गए। तब तक दिन के 11 बज चुके थे। दोनों ने मिलकर सपना के शव को सफेद चादर में लपेटा और गाड़ी में रखा। शव लेकर दोनों आरोपी धमतरी होते हुए केशकाल घाटी पहुंचे। तब तक शाम के 7 बज चुके थे। राम आशीष और रघुनाथ ने सपना के शव को गाड़ी से बाहर निकाला और घाट के नीचे खाई में फेंक दिया। पुलिस ने रघुनाथ की निशानदेही पर सोमवार को सपना का शव बरामद किया। दशरंगपुर चौकी प्रभारी अरविंद साहू ने बताया कि राम आशीष उपाध्याय ने सपना विश्वकर्मा की हत्या की। अपने साथी रघुनाथ साहू के मदद से लाश को केशकाल घाट में फेंक दिया था। वहीं आरोपी आशीष उपाध्याय ने पकड़े जाने के डर से 8 अगस्त को शिवनाथ नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।
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