साले ने रची थी हत्या की साजिश, इस वजह से दिया था वारदात को अंजाम

छग

Update: 2022-05-09 16:03 GMT

कुनकुरी। जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम गायलूंगा में वृद्वा मोहनी बाई पर हुई फायरिंग की घटना का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि प्रेम प्रसंग में जीजा द्वारा पत्नी को भगाकर दूसरी पत्नी बनाएं जाने की घटना से नाराज साले ने ही अपने जीजा और बहन की सास आहत मोहनी बाई की हत्या की सुपारी आरोपितों को दी थी।

मामले की जानकारी देते हुए कुनकुरी थाना में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसडीओपी कुनकुरी मनीष कुंवर और बगीचा अब्दुल अलीम खान ने बताया कि 6 मई को गायलूंगा के आश्रित बस्ती लोटाडांड़ निवासी मोहनीबाई (60)पति भूलन राम को बाइक में आए दो अज्ञात आरोपितों ने फायर कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
घायल वृद्वा को इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर करने के बाद एसपी राजेश अग्रवाल के निर्देश पर अज्ञात आरोपितों के खिलाफ धारा 307,452,34 और 25,27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। एसपी ने अपराधियों को पकड़ने के लिए एएसपी प्रतिभा पांडे और एसडीओपी अलिम खान संदिग्धों से पूछताछ कर रहे थे।
पूछताछ के दौरान संदेह के आधार पर पुलिस ने आहत मोहनी बाई के बेटे भागवत राम की पहली पत्नी प्रतिमा के भाई प्रदीप बरला को हिरासत में लिया। साक्ष्‌यों और जानकारी के आधार पर हुई पूछताछ में प्रदीप ने बताया कि उसकी बहन प्रतिमा का विवाह प्रदीप बरला से हुआ था। रिश्ता होने के बाद घर में आने जाने के दौरान भागवत राम का उसकी पत्नी सीतामुनि से नजदीकी बढ़ी।
कुछ दिनों बाद प्रदीप ने सीतामुनि को भगाकर अपने घर में दूसरी पत्नी के तरह रख लिया। भागवत के इस कदम से आरोपित का घर और उसकी बहन का गृहस्थ जीवन प्रभावित हुआ था। मामले को सुलझाने के लिए गांव में सामाजिक बैठक का आयोजन भी किया गया था।
पुलिस के मुताबिक इस बैठक में प्रदीप बरला व उसके स्वजनों को प्रदीप की दूसरी शादी का पूरा खर्च उठाने का निर्णय पंचों ने सुनाया था। लेकिन समाज के इस निर्णय को प्रदीप और उसकी मां मोहनी मानने के लिए तैयार नहीं हुए। इससे नाराज दीपक ने बदला लेने के इरादे से प्रदीप और मोहनी की हत्या की साजिश रची थी।
अपमान का बदला लेने दे दी जीजा की सुपारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अपमान का बदला लेने के इरादे से आरोपित प्रदीप बरला ने गांव में राजमिस्त्री का काम करने वाले आरोपित अजय राम से संपर्क किया। 6 हजार रूपए अग्रिम लेकर अजय ने किराए का हत्यारों से मिलाने का वादा किया। वादे के मुताबिक अजय ने दीपक को कांटाबेल निवासी सुखलाल प्रजापति से मिलवाया।
बातचीत के बाद सुखलाल ने हत्या के लिए राजी होते हुए 20 हजार रूपए ले लिया। कुछ समय बाद भागवतराम और मोहनी बाई की हत्या के लिए अघनेश्वर उर्फ लेबाराम सहित एक अन्य आरोपित को भी शामिल किया गया। इन सभी लोगों ने साजिश रचकर 6 मई की सुबह मोहनी बाई और भागवत की हत्या के इरादे से हमला किया था। पुलिस ने इस साजिश में शामिल आरोपित प्रदीप बरला, अजय राम, सुखलाल प्रजापति, अघनेश्वर उर्फ लेबाराम को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में शामिल एक शातिर अपराधी की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

Similar News

-->