महिला का निधन पश्चात् देहदान, त्वचा दान और नेत्रदान

Update: 2024-09-05 11:02 GMT

भिलाई bhilai news। खंडेलवाल कॉलोनी निवासी सूरज बाई जैन ने लगभग एक वर्ष पूर्व अपने देहदान की वसीयत नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों को सौंपी थी आज उनका 82 वर्ष की उम्र में उनका निधन हुआ, जैन परिवार ने सूरज बाई की इच्छा का सम्मान करते हुए सूरज बाई के पुत्र मनीष कुमार(गिरीश जैन) व बहु निमिता जैन पोते निखिल जैन व् हार्दिक जैन ने देहदान व् नेत्रदान हेतु सहमति देते हुए नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों से सम्पर्क किया। chhattisgarh news

समाचार मिलते ही नवदृष्टि फाउंडेशन के कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया,राजेश पारख,रितेश जैन,मंगल अग्रवाल सक्रीय हुए।सर्वप्रथम श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज की डॉ हर्षिता जैन,डॉ चिराग गोयल व नेत्र सहायक विवेक कसार ने कॉर्निया कलेक्ट किये।

सेक्टर ९ हॉस्पिटल बर्न यूनिट की टीम ने डॉ उदय कुमार व डॉ अनिरुद्ध मेने के मार्गदर्शन पर डॉ राहुल सिंगरौल , सुनीता मैडम,रश्मि मैडम,मोह्हमद कमर,बालम्मा ने त्वचा एकत्र की।रात्रि श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के संदीप रिसबुड़ व दीपक रवानी ने देहदान की औपचारिकता पूरी की।

सूरज बाई के पुत्र मनीष कुमार ने कहा कहा उनकी माँ ने हमेशा सादगी से जीवन जिया उनकी इच्छा थी की वो हमेशा समाज के लिए कुछ ऐसा करें की लोगों का भला हो सके और आज उनके निधन के बाद उनके नेत्रों से दो लोग देख सकेंगे और उनके शरीर से मेडिकल के छात्र रिसर्च कर सकेंगे एवं त्वचा से बहुत से जरुरत मंद लोगों का भला होगा आज हमारे परिवार और समाज को माँ जीने का तरीका सीखा गई माँ हमेशा हमें प्रेरित करती रहेंगी।

सूरज बाई जैन के पडोसी राजेश पारख ने कहा सूरज बाई जैन बहुत ही धार्मिक व पारिवारिक महिला थी एवं उनकी इच्छा के अनुरूप परिवार ने उनका देहदान,त्वचा व नेत्रदान कर उनका इस जीवन को सार्थक किया जैन परिवार के इस निर्णय से समाज में जागरूकता बढ़ेगी। राज आढ़तिया ने जानकारी दी कि यह पहला अवसर है जब एक व्यक्ति के देहदान,त्वचा दान व नेत्रदान सभी दान हुए हैं यह हम सब के लिए प्रेरणादाई क्षण है।


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