आंबेडकर अस्पताल से बड़ी खबर: मंहगे सामान खरीदने के लिए पंद्रह दिन पहले मिला फंड, मरीजों की अब तक अटकी हार्ट सर्जरी
बड़ी खबर
आंबेडकर अस्पताल में इलाज के मंहगे सामानों की खरीदी के लिए पंद्रह दिन पहले फंड तो जारी हो गया मगर मामला खरीदी के टेंडर पर जाकर अटक गया है। बजट मिलने के बाद मरीजों को बुलाया मगर उनकी सर्जरी अब तक पूरी नहीं हो पाई है। आवश्यक सामानों की खरीदी की प्रक्रिया निर्धारित करने के लिए फाइल दो कार्यालयों के बीच अटका है।
लंबे इंतजार के बाद शासन ने आंबेडकर अस्पताल को हाईकास्ट इंप्लांट एवं डिस्पोजेबल्स व कंज्युमेबल्स सामाग्रियों की खरीदी के लिए दस करोड़ की राशि आवंटित किया था। इसके बाद चिकित्सकों और मरीजों ने राहत की सांस ली थी कि शासन की स्वास्थ्य योजनाओं के तहत उनकी बीमारी के इलाज में बड़ी राहत मिलेगी। अस्पताल प्रबंधन के निर्देश पर विभागों में संबंधित मरीजों की भर्ती भी शुरु हो गई थी मगर पंद्रह दिन बीतने के बाद भी एक भी मरीजों को इस फंड की मदद से इलाज की सुविधा नहीं मिल पाई है।
सूत्रों के मुताबिक हृदय संबंधी बीमारी के इलाज के लिए आवश्यक सर्जरी के लिए पांच मरीज एसीआई में भर्ती हो चुके हैं मगर उनकी सर्जरी की तारीख तय नहीं हो पा रही है। सूत्रों के मुताबिक मामला अब इन सामानों के टेंडर पर जाकर अटक गया है। टेंडर प्रक्रिया तय करने के लिए मेडिकल कालेज से फाइल चिकित्सा शिक्षा संचालक के दफ्तर तक पहुंची है मगर उसमें अब तक किसी तरह का निर्णय नहीं हो पाया है।
कोरोना की दूसरी लहर समाप्त होने के बाद भी एसीआई सहित कुछ विभाग में फंड नहीं होने की वजह से स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत इलाज कराने आने वालों को वापस लौटाया जा रहा था। स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में संज्ञान लिया और आंबेडकर अस्पताल को फंड रिलीज करने का निर्देश दिया था।