Bhilai: स्ट्रीट फूड वेंडरों की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

Update: 2024-06-11 12:25 GMT

भिलाई bhilai news । नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में फूड व्यवसाय करने वाले वेंडरो की कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें प्रमुख रूप से ऐसे व्यवसायी जो रोड के किनारे खाद सामग्री बनाकर बेचते है। चाट, इटली, गुपचुप, दोसा, समोसा, मोमोज, चैमिन, चाय, भजिया, सैन्डविच, बरगर, बड़ा, भेल, बरफ का गोला, अंडा एगरोल, कुल्फी, आईक्रीम, मैंगोसेक, गन्ना रस इत्यादि इस प्रकार के व्यवसायियो को बुलाकर स्वच्छ भारत अभियान के तहत वेंडर्स को प्रथम एजुकेशन फांउडेशन के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें स्वच्छताए हाइजीनए फाइनेंशियल लिट्रेसी एवं विक्रेता डॉक्यूमेंट सपोर्ट संबंधित प्रशिक्षण दिया गया इसका मुख्य उददेश्य था, वेंडरो की आमदनी बड़े जीवन स्तर उचां हो। सभी वेंडर्स को शासन द्वारा दी जा रही स्वनिधि योजना का लाभ उठाने एवं वेंडिंग जोन में स्वच्छता बनाए रखने की अपील की है। इस कार्यक्रम में लगभग 140 से अधिक संख्या में स्ट्रीट फूड वेंडर शामिल हुए।

Bhilai Municipal Corporation खादय सामग्री बनाते समय एवं ग्राहको को परोसते समय साफ सफाई रखे, कचरा इधर उधर न फेके इन सभी बातो को लेकर कार्यशाला आयोजित की गई है। ध्यान देने योग्य बातें - अकसर देखने में आता है कि इस तरह के खादय बिके्रता स्वच्छता का ध्यान नहीं रखते है, उन्हे छोटी छोटी जानकारी दी गई जैसे- हाथो में ग्लबस पहने, नाखून साफ रखे, बनाते समय पोछने वाले कपड़ो को स्वच्छ रखे, पीने का पानी एवं धोने के पानी में दुरी रखे, पाउस एवं तम्बाखू खाकर व्यवसाय न करें, स्वच्छ कपड़ा पहनकर व्यवसाय करें, जहां बनाते है वहां गंदगी न रखे, पकाने वाले तेल का एक्सपायरी तिथि को ध्यान में रखे और उसी तेल को बार बार न उपयोग में लायें। इससे उनकी आमदनी भी बड़ेगी साथ ही जो ग्राहक खाने के लिए आते है उन्हे भी अच्छा लगेगा और उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा, साफ सफाई बहुत जरूरी है। पिछले वर्ष का ट्रेनिंग प्राप्त करके चैमिन बनाकर कोहका चैंक पर बेचने वाले आबीद खान ने अनुभव बताया कि अब मैं पुरी तरह से तैयार हो करके दुकान खोलता हूॅ साफ सफाई रखता हूॅ हाथो में ग्लबस पहेनता हूॅ जो भी बनाता हूॅ उसमें साफ सफाई का ध्यान रखता हूॅ एप्रोन पहनता हूॅ। ग्राहको से मुस्कुरा के बात करता हूॅ इससे मुझे जो लाभ मिला मेरे ग्राहक बड़ गये पहले 3 से 4 सौ कमाता था। अब 1000 कमाता हूॅ यह सब ट्रेनिग प्राप्त करके ही समझ सका। प्रशिक्षण पश्चात फूड वेंडरो को एप्रान, ग्लबस एवं पोछने के लिए टावेल इत्यादि प्रदान किया गया। chhattisgarh news

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