अंबिकापुर। सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम सितकालो जंगल मे बिजली करंट से भालू व बकरे की मौत हो गई। ड्यूटी जा रहे शिक्षक की सजगता से ग्रामीण और मवेशियां करंट के संपर्क में आने से बच गए अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
जानकारी के अनुसार दूरस्थ ग्राम सितकालो के रेण नदी पुल के समीप घटना हुई।शनिवार की सुबह सात बजे सितकालो रेण नदी पुल के बगल में स्थित 11 केवी बिजली खंभे का इंसुलेटर फट हो गया। इस कारण बिजली खंभे के अर्थ वायर में करंट आ गया।रात को क्षेत्र में बारिश हुई थी।भूमि गीली थी। करंट आसपास भूमि में फैल गया। इस दौरान जंगल में विचरण कर रहा एक बकरा उसकी चपेट में आ गया और तेजी से जलने लगा।उसी दौरान भालू भी वहीं पहुंच गया। विचरण करते हुए भालू भी वहीं पहुंच गया जहां भूमि पर करंट था।करंट की चपेट में आने से मौके पर ही भालू की भी मौत हो गई।शनिवार होने के कारण सुबह स्कूल जा रहे एक शिक्षक ने घटना की सूचना पंचायत प्रतिनिधियों एवं प्रशासन के लोगों को दी।बिजली आपूर्ति को कुन्नाी सब स्टेशन से बंद कराया गया।तब लोग नजदीक पहुंचे तो देखा कि करंट से बकरा का शरीर आधा से अधिक जल चुका था। उप वन क्षेत्रपाल विनय सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंचा। पंचनामा के बाद भालू व बकरा के शव को उदयपुर नर्सरी लाया गया। एसडीओ बिजेंद्र सिंह एवं वन परिक्षेत्राधिकारी सपना मुखर्जी की उपस्थिति में भालू के शव का पशु चिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार किया गया।