गोबर बेच कर अवध ने खरीदा पल्सर बाईक

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Update: 2023-02-09 16:14 GMT
अंबिकापुर। गोठान में गोबर बेच कर ग्रामीण, पशुपालक और किसान अपनी जरूरतें पूरा करने साथ आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। ऐसे ही नमनाकला पावर हाउस निवासी एक पशुपालक ने गोबर बेचकर पल्सर मोटर साइकिल खऱीदा है। अंबिकापुर शहरी गौठान घुटरापारा में गोबर बेचने वाले गोपालक अवधलाल यादव ने बताया कि गायों का दूध तो आसानी से बिक जाता है, लेकिन गांव में गोबर कोई नहीं खऱीदता था। ऐसे में राज्य सरकार की महत्वाकांगोधन न्याय योजना में गोबर की खऱीदी शुरू हुई तो चेहरे पर चमक आ गई, क्योंकि उसकी कीमत 2 रुपया प्रति किलो मिलेगी ऐसा कभी नहीं सोचा था। ऐसे में तत्काल योजना में पंजीयन कराया और गोठान में गोबर बेचना शुरू कर दिया। गोबर बेच कर मुझे प्रतिमाह लगभग 44 सौ रुपया की आमदनी हो रही है। अब तक मैंने लगभग डेढ़ लाख रुपया से अधिक मूल्य का गोबर बेचा है। इससे पल्सर मोटरसाइकिल खऱीदी और गाय भैंस भी खऱीदा है। इस आमदनी से अपने परिवार का पालन पोषण अच्छे से कर रहा हूं।
गोबर बेचने से हर 15 दिन में मुझे गोबर का पैसा मेरे खाते में प्राप्त हो जाता है। कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देशन और जिला सीईओ विश्वदीप के मार्गदर्शन मैं गोधन ने योजना का सुचारु रूप से संचालन किया जा रहा है। गोठान से जुड़कर ग्रामीणों, पशुपालकों, महिला स्व सहायता समूह को सतत रूप से आमदनी प्राप्त हो रही है। ज्ञातव्य है कि राज्य में पशुधन संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ शासन की ओर से गोधन न्याय योजना की शुरुआत की गई। शासन की जनकल्याणकारी योजना से ग्रामीण और शहरी इलाकों में पशुपालकों को आमदनी का अतिरिक्त जरिया मिला है। इस योजना के तहत शासन राज्य के गौठानों में 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर क्रय कर रही है जिससे राज्य में एक नई क्रांति की शुरुआत हुई है। कभी गोबर का कोई मोल नहीं था लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने गोबर का दाम देकर गौपालकों के आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव किया है।
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