भाटागांव हिट एंड रन : गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज
सदर बाजार में ज्वेलरी शोरूम का संचालक है आरोपी
परिवार की सदर बाजार में ज्वेलरी शो रूम है। और कारोबारी की पार्टनरशिप में दो अन्य दोस्तों के साथ इवेंट कंपनी है। कुछ घंटे बाद पुलिस ने कारोबारी पुत्र को घर जाने दिया। जब पुलिस पर कार्रवाई को लेकर दबाव बढऩ़े लगा तो शाम को उसे थाने बुला लिया गया। यह मामला कल सुबह से ही पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहा था। और आज दुर्घटना की सीसीटीवी फुटेज सामने आया। इसमें कार में कारोबारी के अकेले होने और खुद ड्राइव करते देखा जा सकता है। इसके साथ ही कार तेज रफ्तार से आकर चंदन, और आटो को अपनी चपेट में लेते भी दिखाई दे रहा है। उस वक्त कार की स्पीड 130-140 किमी की रही। कारोबारी पुत्र के घटना के दौरान नशे में होने की भी बात पुलिस ने बताई। इसके बाद ही टिकरापारा पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार किया। और उसे जमानत पर थाने से छोड़ दिया गया। ड्राइवर के खिलाफ जो धारा 279/304 ए गैर इरादतन हत्या की लगाई है जिसे कानूनी जानकारों ने मामूली सा बताया है। जबकि यह मामला ड्रंक एंड ड्राइव होता है।
रायपुर (जसेरि)। राजधानी के भाठागांव में हुए हिट एंड रन केस में वाहन चालक कारोबारी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आपको बता दें कि बीते सोमवार को तेज रफ्तार कार ने मंडला के रहने वाले चंदन गर्ग को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद उसकी मौके पर मौत हो गई थी। यह पूरा मामला टिकरापारा थाने का था। जिसमें टिकरापारा पुलिस करी भूमिका को लेकर भी संदेह व्यक्त किया गया था। जब कार में एक ही इंसान था,और वह भी दुर्घटना के बाद वहां उपस्थित लोगों को चिल्ला-चिल्ला कर बोल रहा था कि जितना पैसा लगता है दूंगा। इससे जाहिर होता है कि यह ड्राइवर या आमआदमी नहीं हो सकता कारोबारी का पुत्र ही था। जिसकी तस्दीक वहां उपस्थित लोगों से और सीसीटीवी फुटेज से की जा सकती थी। जिसकी पुलिस ने नजरअंदाज किया। जिस युवक ने पद और पैसे का धौंस दिखाया था, वह कारोबारी का पुत्र ही था, लेकिन टिकरापारा पुलिस ने उसके खिलाफ जुर्म करने के बजाय अन्य के खिलाफ जुर्म दर्ज किया। जिसे लेकर जनता से रिश्ता ने लगातार समाचार प्रकाशित किया था।
मृतक चंदन अपने घर मंडला से सोमवार सुबह ही बस से आया था। बस से उतरकर वह रायपुर में घर जाने के लिए ऑटो का इंतजार कर रहा था। तभी तेज रफ्तार कार ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। सीजी 04 एनजे 6663 नंबर की कार सराफा बाजार के कारोबारी के नाम से थी। टक्कर मारने के बाद कार चालक ने चंदन को कुछ देर तक घसीटा, तब तक न उसे किसी ने बचाया और न कार चालक ने गाड़ी को रोका। इस घटना में एक ऑटो चालक भी घायल हुआ था। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपी चालक कारोबारी की तलाश में उसके टैगोर नगर स्थित घर समेत कई जगहों पर दबिश दी थी, लेकिन चालक घर से फरार चल रहा।
मौके पर पहुंचे लोगों को नुकसान की भरपाई के लिए कितने रूपए चाहिए कहते सुना गया। राहगीरों की सूचना पर टिकरापारा पुलिस की पेट्रोलिंग टीम, एंबूलेंस मौके पहुंची और आरोपी कारोबारी को हिरासत में लेकर,चंदन की लाश पोस्ट मार्टम के लिए, घायल को अस्पताल भेजा। इसके बाद आरोपी कारोबारी को पुलिस प्रकरण से बचाने कारोबारियों ने दबाव के प्रयास शुरू किए। कार ड्राइवर के चलाने की भी बात कही गई।
पुलिस ने जमानती धारा लगाकर आरोपी को छोड़ दिया : रायपुर टिकरापारा में बुधवार को हुए हिट एंड रन के मामले में पुलिस ने जमानती धारा लगाकर आरोपी को छोड़ दिया गया । यह भी जानकारी मिली है कि मौका ए वारदात के समय जो आरोपी कार चला रहा था, वह बदल गया। और एक ड्राइवर को थाने में खड़ा कर उसके खिलाफ भी जमानती धारा लगाकर छोड़ दिया गया। पुलिस ने दुर्घटना स्थल के आपपास लगे सीसीटीवी को भी खंगालने की जहमत नहीं उठाई। दुर्घटना स्थल पर चश्मदीद गवाहों से कार चालक की शिनाख्त पुलिस को करानी चाहिए थी। लेकिन पुलिस ने डायमंड कारोबारी के पुत्र की जगह ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज किया । जो साफ करता है कि इस हिट एंड रन के मामले में बड़ा खेल हुआ है। पुलिस की कथाकथित मिलीभगत से हिट एंड रन का मामला मामूली दुर्घटना में तब्दील हो गया।
भाठागांव फिल्टर प्लांट के पास सोमवार सुबह सुबह हुए कार हादसे में मृत युवक की शिनाख्त हो गई है और आरोपी थाने से ही रिहा कर दिया। मृतक का नाम चंदन गर्ग निवासी मंडला मप्र है। जो अपने घर मंडला से सोमवार सुबह ही बस से आया था। बस से उतर कर वह रायपुर के घर जाने ऑटो तय कर रहा था। तभी तेज रफ्तार कार ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। सीजी 04 एनजे 6663 नंबर की कार सदर बाजार के सराफा कारोबारी के नाम से ही रजिस्टर्ड है, कारोबारी का पुत्र ड्राइव कर रहा था। चंदन को कार कुछ दूरी तक घसीटते ले गई। तब तक युवक का शरीर दो टुकड़ों में बंट चुका था। पीछे हिप्स की नसें, मांस या लोथड़ा बाहर आ चुका था। और आटो चालक घायल हुआ। ऑटो भी दो हिस्सों में बंट गया। इसके बाद कार रोड के साइड झाडिय़़ों में जा घुसी।
मीडिया घरानों की भूमिका भी संदिग्ध
पिछले दिनों स्पा सेंटरों में हुई छापामारी में कुछ मीडिया घरानों ने सीधे हस्तक्षेप कर एक स्पा सेंटर संचालक को बचाने के लिए हाथ पैर मारे अपने मकसद में सफल भी हो गए। उक्त स्पा सेंटर के संचालक को बेहतर कार्य के लिए अवार्ड भी दिया था। यह समझ से परे है कि इस स्पा सेंटर वाले ने कौन सा बेहतर कार्य किया है। पुलिस मीडिया घराने के दबाव में आकर उस तथाकथित स्पा सेंटर वालों को बिना कार्रवाई के ही छोड़ कर दोस्ती निभाई। ये एक मामला नहीं है ऐसे बहुत से मामले में जिसमें मीडिया घराने के दखल से केस को कई बार रफा-दफा किया जा चुका है। पद और पैसा हर जगह भारी पड़ रहा है। पीडि़तों को तो न्याय के लिए थानों का चक्कर लगाकर थकते हुए देखा जा सकता है। इसी तरह भाटागांव हिट एंड रन मामले में मीडिया घराना और पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आई सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक दुर्घटना ग्रस्त कार से केवल कारोबारी पुत्र ही बाहर निकला था। फिर भी ड्राइवर पर जुर्म दर्ज कैसे हुआ? इस आरोपी को बचाने एक इलेक्ट्रानिक डिजिटल मीडिया लगा हुआ है।