सुपारी किलर बना छत्तीसगढ़ में ठगबाज, जानिए क्या है वजह

छग

Update: 2023-05-01 19:00 GMT
अंबिकापुर। दिल्ली का सुपारी किलर 10 हजार का इनामी अपराधी मुकेश कुमार सोनी(45) उत्तर छत्तीसगढ़ में एटीएम कार्ड बदल कर धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। सरगुजा पुलिस रेंज में उसने 25 से भी अधिक घटनाओं में एटीएम कार्ड बदलकर बड़ी रकम आहरित की थी। दिल्ली जेल में छह वर्ष तक हत्या के आरोप में निरुद्ध रहने के बाद पेरोल पर छूटा था। उसके बाद फरारी में वह धोखाधड़ी की घटनाओं में शामिल हो गया था। शातिर अपराधी मुकेश कुमार सोनी मूलतः झारखंड के हजारीबाग जिले के केरेदाढ़ी का रहने वाला है।वर्तमान में वह रांची के आईटीआई कालेज के पास टाटीसिलवा में किराए के मकान में रहता था।उसकी पत्नी भी रांची के धुर्वा इलाके में अलग किराए के मकान में दो बच्चों के साथ निवास करती थी।आरोपित मुकेश सोनी के साथ सरगुजा पुलिस ने बिमडा बगीचा के सुनील दास को भी पकड़ा गया है।
मुख्य आरोपित को एक्टिवेटेड सीम उपलब्ध कराने का काम सुनील दास ही करता था।मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित मुकेश सोनी व सुनील दास को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपित की पत्नी और आरोपित को सीम उप्लब्ध कराने के आरोप पर टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को भी संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है।उनसे पूछताछ की जा रही है।सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने पूरे मामले का रहस्योद्घाटन करते हुए बताया कि आरोपित मुकेश सोनी ने सरगुजा जिले में दो लाख से अधिक की धोखाधड़ी की है। आरोपित ने 25 से अधिक घटनाओं को अपने एक अन्य साथी के साथ कारित करना स्वीकार किया है।फरार आरोपित की भी खोजबीन की जा रही है।आरोपित मुकेश सोनी के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार, एक मोटरसाइकिल,32 नग एटीएम कार्ड,चार मोबाइल,एक जियो वाईफाई बरामद किया गया है।दोनों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि आरोपित ने सिर्फ सातवीं तक की पढ़ाई की है। वह शातिर अपराधी है। सितंबर 2013 में दिल्ली के तिलकनगर क्षेत्र में व्यवसायी जितेंद्र लांबा की सुपारी लेकर हत्या की घटना में आरोपित शामिल था। दिल्ली जेल में वह छह वर्ष तक हत्या के आरोप में निरुद्ध था। कोरोना काल में पेरोल पर बाहर निकलने के बाद वह फरार हो गया था। दिल्ली पुलिस ने आरोपित पर 10 हजार इनाम की घोषणा की थी।इस दौरान वह कार व मोटरसाइकिल से उत्तर छत्तीसगढ़ में आकर एटीएम कार्ड बदल कर लोगों से धोखाधड़ी करता था। वर्ष 2012 में आरोपित को रांची स्थित अपने घर में नक्सली को शरण देने के आरोप पर भी गिरफ्तार किया गया था। वह रांची जेल में चार माह की सजा काट चुका है। पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि आरोपित द्वारा अंबिकापुर,बतौली में एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की गई थी। शिकायत सामने आने के बाद घटनास्थल के आसपास सीसी कैमरों की जांच की गई। जांच में संदेहियों का चेहरा सामने आया था। ऐसे में साइबर सेल की मदद ली गई। घटना के दौरान उस क्षेत्र में उपयोग किये गए मोबाइल नंबरों की जानकारी साइबर सेल ने एकत्रित किया। तकनीकी साक्ष्यों से आरोपितों के रांची में होने की पुख्ता सूचना पर टीम को रवाना किया गया था।
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