रायपुर। शराब घोटाले में ACB और EOW का बड़ा एक्शन लेते हुए शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर लिया है। अनवर ढेबर रायपुर महापौर एजाज ढेबर के भाई है। गिरफ्तारी के बाद भाई अनवर ढेबर से मिलने के लिए महापौर एजाज ढेबर Eow ऑफिस पहुंचे। जहां वे Eow ऑफिस में करीब आधा घंटा रहे। सूत्रों के मुताबिक एजाज ढेबर को अनवर ढेबर से मिलने नहीं दिया गया है। लेकिन इसी दौरान भारी संख्या में मीडिया कर्मी भी वहां पहुंचे हुए थे। महापौर ढेबर ने मीडिया को बयान देने से इनकार कर दिया और वे वहां से निकल गए। आपको बता दें कि आज कुम्हारी टोल प्लॉजा के पास से अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया गया है। ताजा जानकारी मिलने तक EOW-ACB के दफ्तर में पूछताछ जारी है। मीडिया के पहुंचने से पहले ही एजाज ढेबर Eow ऑफिस से निकलने लगे थे मगर उनकी तस्वीरें सामने आ गई है। वही
बता दें कि छत्तीसगढ़ से 2000 करोड़ रुपये का शराब घोटाला सामने आया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में रायपुर के महापौर एवं कांग्रेस नेता एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर को मई में भी गिरफ्तार किया था। एजाज ढेबर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी बताए जा रहे थे। गिरफ्तार करने के बाद एजाज ढेबर के भाई को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के समक्ष पेश किया गया था। कोर्ट ने ढेबर को चार दिन की रिमांड पर भेजा दिया था। बाद में उन्हे जमानत मिली थी।
एसीबी/EOW पूरी तरह से एक्शन में है। एक तरफ जहां एसीबी ने आज प्रदेश में दो बड़ी कार्रवाई की है, तो वहीं शराब घोटाले में दो गिरफ्तारी भी की है। 2200 करोड़ के शराब घोटाले में अरविंद सिंह के बाद अब महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर की जहां गिरफ्तारी की है। शराब घोटाले में जिस तरह से एक्शन के मूड में एसीबी की टीम है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों अन्य भी गिरफ्तारी हो सकती है। ACB-EOW ने फिल्मी अंदाज में अनवर ढेबर को गिरफ्तार कियाहै। ये गिरफ्तारी कुम्हारी टोल प्लॉजा के पास से की गयी है। गिरफ्तार कर अनवर ढेबर को EOW- ACB दफ्तर लाया गया है, जहां ACB और EOW की टीम उनसे पूछताछ कर रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शराब कारोबारी अनवर ढेबर को शराब घोटाले में आरोपी बनाया था। ईडी की ओर से छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला होने की बात कही थी। साथ ही 13 हजार पन्नों की चार्जशीट भी पेश की गई थी। 2000 करोड़ शराब घोटाले का आरोप ED ने लगाया है, जिसे कांग्रेस ने लगातार निराधार बता रही है। ईडी ने शराब में राज्य में 2 हजार करोड़ रुपए से अधिक रुपए के भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग का दावा किया है। जिसमें कहा गया कि, राज्य में 2019 से 2022 तक 2 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इसमें राज्य के बड़े नेताओं और अधिकारियों का समर्थन था। कच्ची शराब सरकारी शराब दुकान बेचने और इससे मुनाफा कमाने का आरोप अनवर ढेबर पर लगाया गया है।