शिक्षा के क्षेत्र में एक और नवाचार...शिक्षकों ने तैयार किया चर्चा-पत्र पॉडकास्ट
प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के अंतर्गत एक और नवाचार शामिल किया गया है। प्रदेश के शिक्षकों द्वारा तैयार किया गया चर्चा-पत्र पॉडकास्ट को अब पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल पर पढ़ने के साथ-साथ सुनने और डाउनलोड करने के लिए भी उपलब्ध होगा। इसे प्रदेश के विभिन्न जिलों के शिक्षकों ने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर मिलकर तैयार किया है। चर्चा-पत्र के इस नवीन अंक को ऑडियो के रूप में बतौर पॉडकास्ट तैयार कराके शिक्षको को उपलब्ध कराने की व्यवस्था cgschool.in पोर्टल पर की गई है। जिसे शिक्षक आसानी से डाउनलोड कर पढ़ और सुन सकते है।
कोविड-19 के इस दौर में शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार किए गए। छत्तीसगढ़ राज्य के शिक्षकों के नवाचारों को देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने सराहा। छत्तीसगढ़ ने नवाचारों से राज्य में ही नही वरन समूचे राष्ट्र में मिसाल पेश की, वही दूसरी ओर स्कूल शिक्षा विभाग ने अपने आप को अपग्रेड करते हुए ऑनलाइन प्लेटफार्म पर जोरदार दस्तक दी है। इसी कड़ी में आज एक और नवाचार का आगाज हुआ। दरअसल शिक्षा विभाग का चर्चा-पत्र विगत 6 वर्षों से अनवरत शिक्षकों को स्कूल शिक्षा विभाग नियमित तौर पर उपलब्ध करा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग का यह चर्चा-पत्र वास्तव में शिक्षको के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाता आ रहा है।
चर्चा-पत्र प्रतिमाह प्रकाशित होता है। इसे अधिक रुचिकर और नया स्वरूप प्रदान करने के लिए टेलीग्राम ग्रुप और व्हाट्सएप ग्रुप में इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले शिक्षक से अपने पॉडकास्ट उदहारण के लिए भेजेंने का आग्रह किया। साथ ही दो दिनों की समय सीमा की बाध्यता भी लगा दी, क्योंकि हर माह की एक तारीख को विगत 6 वर्षो से चर्चा-पत्र अनवरत जारी होता आ रहा। सिर्फ दो दिनों में एक अच्छा पॉडकास्ट तैयार करने की चुनौती शिक्षकों मिली जिसे प्रदेश के नवाचारी और कर्मठ शिक्षको ने सहर्ष स्वीकार कर सूरजपुर जिले के नवाचारी शिक्षक श्री धर्मानन्द गोजे के संचालन में तय समय सीमा के भीतर ही पॉडकास्ट तैयार करने का चुनौतीपूर्ण कार्य पूरा कर लिया गया।
सूरजपुर जिले के नवाचारी शिक्षक श्री धर्मानन्द गोंजे को संचालन और समन्वय का जिम्मेदारी दी गई। इसी क्रम में पॉडकास्ट (ऑडियो वर्जन) बनाने में रुचि रखने वाले शिक्षकों से पॉडकास्ट उदहारण मंगाए गए और ऑनलाइन कार्ययोजना तैयार की गई। सभी शिक्षकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया जिसमे सभी ने अपने-अपने पॉडकास्ट भेजे। जिसे सुनकर एजेंडावार वोकल के लिए शिक्षकों का चयन किया गया। चयनित शिक्षकों से अगले दिन उनकी रिकॉर्डिंग मंगाई गई। रिकार्डिंग प्राप्त होने के बाद का शेष कार्य धर्मानन्द गोजे ने समय सीमा में पूर्ण कर उपलब्ध कराया। पॉडकास्ट तैयार करने में कई शिक्षकों ने अपने-अपने स्तर और सामर्थ अनुसार स्वेच्छा से अपनी भागीदारी देकर एक नवाचार के रुप में ऑनलाइन पॉडकास्ट तैयार किया। टीम चर्चा-पत्र के इस पॉडकास्ट में एजेंडा एक से लेकर एजेंडा दस तक अपनी आवाज क्रमशः शिक्षिका स्वाति आनन्द, श्री फारुख मोहम्मद, के. शारदा, श्री अरुण कुमार रावते, श्रीमती शालिनी पंकज दुबे, श्री निरंजन लाल पटेल ने दी है। साथ ही श्रीमती नंदा देशमुख, श्रीमती सीमा मिश्रा आदि ने इस कार्य में विशेष रुचि लेकर सहयोग दिया है।