कृषि-सिंचाई मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच द्वारा आयोजित मंथन साइबर सुरक्षा विषय पर रखे अपने विचार

Update: 2018-07-22 05:15 GMT

अपने उद्बोधन में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज इंटरनेट का दौर है। हर काम ऑनलाइन हो रहा है। इसलिए हम देखते हैं कि साइबर अपराधों में भी निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में सजग रहना ही एक बड़ा उपाय या बचाव का हो सकता है। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के इस आयोजन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर पुलिस, साइबर टेक्निकल एक्सपर्ट, आईटी के छात्र को एक साथ बैठा कर चर्चा करते हुए साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने का प्रयास करना निश्चित रूप से एक अच्छा काम है। बृजमोहन ने कहा कि असामाजिक तत्व व राष्ट्रद्रोही, देश व समाज को तोडऩे के लिए इंटरनेट का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। व्हाट्स एप और फेसबुक के माध्यम से गलत बातें प्रचारित कर लोगों को दिग्भ्रमित करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। हम देखते हैं कि कश्मीर में पत्थरबाजों पर नियंत्रण के लिए सर्वप्रथम वह इंटरनेट बंद किया जाता है। देश में कहीं भी दंगों की नौबत आती है सबसे पहले इंटरनेट की सेवा अस्थाई तौर पर रोक दी जाती है। क्योकि इस माध्यम से अफवाहों को हवा दी जाती है जिसके चलते माहौल ज्यादा बिगडऩे के खतरा बना रहता है उन्होंने कहा कि इंटरनेट वरदान भी है अभिशाप भी।

इसलिए व्हाट्स एप और फेसबुक में बिना सोचे समझे कुछ शेयर न करें। आए दिन सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भड़काऊ पोस्ट आते रहते हैं। ऐसे पोस्ट को नजरअंदाज करने की जगह लोग फॉरवर्ड कर अनजाने में मुसीबत मोल लेते हैं। साइबर कानून इतना कड़ा है कि लोग उससे बच नहीं सकते। ऐसे में आपके हाथ में मोबाइल है तो उसका उपयोग पूरी जिम्मेदारी के साथ करें। आपका एक क्लिक आपको मुसीबत में डाल सकता है।
इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर एस के पाटिल राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के सचिव अनिल डागा, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य तौकीर रजा,अजय शर्मा मौजूद थे।

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